अंजनी कुमार कश्यप
भागलपुर/नवगछिया:- जिले के एसडीओ मुकेश कुमार के निर्देश पर सीओ व थानाध्यक्ष के नेतृत्व में एनएच 31 पर ओवर लोड वाहनों के परिचालन को रोकने के लिए की गई कार्रवाई में, जप्त किए गए ट्रक को बिना आदेश के ही छोड़े जाने का मामला सही पाए जाने की बात सामने आ रही है। वहीँ रंगरा पुलिस के द्वारा जप्त किए गए वाहन को बिना आदेश के छोड़े जाने की बात सही पाए जाने के बाद अनुमंडल पदाधिकारी ने अपने स्तर से रंगरा थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह एवं रंगरा सीओ के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई किए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
मालूम हो कि आठ दिसंबर २०१९ को एसडीओ मुकेश कुमार के निर्देश पर कदवा ओपी के फोर लेन पर, रंगरा थाना क्षेत्र में ओवर लोड को लेकर सीओ व थानाध्यक्ष के नेतृत्व में चेकिंग अभियान लगाया गया था। इस अभियान के दौरान रंगरा थाना क्षेत्र के चेक पोस्ट पर नॉ ओवर लोड वाहन को जप्त किया गया था। इसके बाद एनएच 31 पर खड़ी 50 वाहनों में 24 वाहनो का गुल्ला खोला गया था। जबकि 25 ट्रक को ओवर ब्रिज के पास पीछा कर के पकड़े जाने के बाद उसकी चाभी जप्त की गई थी। लेकिन उसी दिन रात में रंगरा थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने सभी ओवर लोड ट्रक को बिना किसी के आदेश के ही छोड़ दिया था।
जब रंगरा थानाध्यक्ष के द्वारा सिर्फ दस ट्रक के ही जब्त किए जाने की सूची दी गई थी तो ओवर लोड ट्रक को बिना किसी के आदेश पर छोड़े जाने के बाद स्थानीय लोगो ने नवगछिया एसडीओ से इस संबंध में रंगरा थानाध्यक्ष के इस काले कारनामे को अवगत कराते हुए आवेदन दिया था। वहीँ एसडीओ ने पूरे मामले की करवाई जांच। जब शिकायत के बाद एसडीओ मुकेश कुमार ने पूरे मामले की जांच कराई है। जिसमें पकड़े गए ओवर लोड वाहन को छोड़ दिए जाने का मामला सही पाया गया है। इस जांच में रंगरा चेक पोस्ट पर तैनात एसआई रमाशंकर सिंह के द्वारा आवेदन भी प्राप्त हुआ। रामशंकर सिंह ने बताया कि जांच के दौरान 60 के लगभग गाड़ी को पकड़ा गया था।
लेकिन दूसरे ही दिन दस ट्रक को छोड़ सभी ट्रकों को छोड़ दिया गया था। इस के बाद कुछ ट्रक चालक भी चेक पोस्ट पर हंगामा करने लगा, जिसमें बुद्धिजीवियों के द्वारा समझा बुझा कर मामला को शांत किया गया। इस बात पर जब रंगरा ओपी प्रभारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि एसडीओ साहब के द्वारा सिर्फ दस गाड़ी को जब्त किए जाने का आदेश दिया गया था। वहीँ रंगरा चेक पोस्ट के एसआई रमाशंकर सिंह ने कहा कि इस मामले में एसडीओ साहब जांच किए हैं और लिखित मांगे तो लिखित दे दिया गया है।
*क्या कहती है एसपी*
नवगछिया एसपी निधि रानी ने कहि कि इस संबंध में मुझे कुछ भी जानकारी नहीं है। इस तरह की बात है तो वह अपने स्तर से भी मामले की जांच करेंगे। अगर इस मामले में एसडीएम को आवेदन दिया गया है और उनके द्वारा मामले का जांच किया गया है तो उनके स्तर से कार्रवाई क्या होगी, यह सब सोचने और समझने की बात है। देखना यह है कि एस पी जांच में क्या सही जांच कर पाती है या फिर उन लोग की तरह मामला शांत हो जाता है।