समस्तीपुर:- जिले के विभिन्न क्षेत्रों में हरितालिका तीज व्रत मनाया गया। वहीं व्रती महिला वंदना देवी, मनीषा देवी और शिवानी सहित अन्य महिलाओं ने बताया की हरतालिका तीज एक पावन त्यौहार है।
इस वर्ष हरतालिका तीज व्रत 30 अगस्त दिन मंगलवार को मनाया गया है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
फिर अगले दिन बुधवार को पूजा अर्चना के बाद इस व्रत का पारण किया जाता है। हरतालिका तीज व्रत का सबसे अधिक महत्व माना जाता है।
इस हरतालिका व्रत को कुंवारी लड़कियों द्वारा भी अच्छे वर की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। इस दिन मेहंदी लगाने और झूला झूलने की भी प्रथा है।
इस हरतालिका व्रत त्यौहार की रौनक विशेष तौर पर बिहार, उत्तरप्रदेश इत्यादि में देखने को मिलती है।
इस हरितालिका व्रत को निर्जला रखा जाता है और अगले दिन बुधवार को पूजन के पश्चात ही व्रत खोला जाता है।
वहीं दूसरी ओर आज चौरचन पावन बड़े ही धूमधाम के साथ विभिन्न क्षेत्रों में मनाया गया। चौरचन पावन के दिन रात को चांद की पूजा अर्चना की जाती है।
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