*छठ महापर्व पर कोरोना को लेकर जारी तुगलकी फरमान का विरोध हिसपा ने किया। हर खबर पर पैनी नजर।*

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समस्तीपुत:- छठपूजा पर कोरोना जैसी तुगलकी फरमान का विरोध करते हुए हिसपा कार्यालय कौशिल्या निकेतन गंगापुर समस्तीपुर से राष्ट्रीय सचिव डॉ० संजय कुमार संजू राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने कहा कि जुनावी सभाओं में भीड़ जुटाने वाली सरकार को कोरोना फैलने का डर नही हुआ, मगर छठ पूजा के भीड़ से कोरोना फैलने की बात कर रहे हैं। वहीं बिहार विधानसभा चुनाव और देश भर के कुछ हिस्सों में उप चुनाव के दरमियान भीड़ जुटा कर राजनीतिक पार्टियों द्वारा सभा करने से करोना बीमारी नही फैली, लेकिन
लोक आस्था का महापर्व छठपूजा में घाटों पर जाने से कोरोना फैलेगी। इस प्रकार की तुगलकी गाइडलाइन जारी करने से तो साफ जाहिर होता है कि ये सरकार सिर्फ और सिर्फ सनातन संस्कृति और लोक आस्था को खत्म करना चाहती है। जिसे कदापि बर्दास्त नही किया जा सकता। छठ पूजा सदियों से अनवरत चलते आया है और चलते रहेगा। जिसे कोई सरकार या प्रशासन बाधित नही कर सकता। छठपूजा बिहार की अस्मिता है, जो विश्वभर में जानी जाती है और मनाई जाती है। इसके साथ हीं कहा कि 100 करोड़ सनातन प्रेमियों के आस्था पे सरकार द्वारा प्रहार मानवता का हनन दर्षाती है जो राष्ट्र हित में नही है। राष्ट्र के संस्कृति से खिलवाड़ करने की किसी सरकार में क्षमता नही है और न ही खिलवाड़ करने का अधिकार है। डॉ० संजू ने सभी देशवासियों से आह्वान किया कि आप अपनी आस्था और खुशी के अनुरूप छठपूजा मनाएं। सरकार के इस बेबकुफ़ाना आदेश को नजरअंदाज करें, क्योंकि आपका आस्था आपका और आपकी अपनी संस्कृति प्रेम पर जन्मसिद्ध अधिकार है।

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