रमेश शंकर झा
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर:- बिहार, यूपी, एमपी तथा कुछ अन्य राज्यों में श्रम कानूनों को कुछ वक्त के लिए निलंबित करने तथा कारखानों में शिफ्ट को आठ घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे करने के फैसले का राजद ने विरोध किया है। वहीँ राजद नेता राकेश कुमार ठाकुर ने कहा कि नए नियमों के चलते सबसे अधिक फैक्ट्रियों में काम करने वाले और निर्माण कंपनियों से जुड़े मजदूर प्रभावित होंगे।
बिहार सरकार के कदम की तीखी आलोचना करते हुए राजद नेता राकेश कुमार ठाकुर ने कहा कि 08 के बजाए 12 घंटे काम लेने की शोषणकारी व्यवस्था पुनः लागू करना दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कारखाना अधिनियम 1948 के तहत एक दिन में आठ घंटे से अधिक काम लेने की मनाही है। जबकि सप्ताह में कुल कार्यावधि 48 घंटों से अधिक नहीं होनी चाहिए। नये श्रम कानून से रोजगार के कम अवसर होंगे और बेरोजगारी बढ़ेगी। उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश की तरह बिहार सरकार ने भी मजदूर विरोधी फैसला लिया है। बिहार में 8274 कारखाना ऐसे है, जो निबंधित है।
उन कारखानों में 02 लाख 20 हजार 153 मजदूर है। बिहार सरकार बेरोजगारी एवं भूख से तड़प रहे लाखों श्रमिकों व मजदूरों के विरुद्ध शोषणकारी आदेश लगातार जारी कर रही हैं। यह अति-दुखद एवं सर्वथा अनुचित है। उन्होंने ने कहा कि श्रम कानून में बदलाव देश की रीढ़ श्रमिकों के व्यापक हित में होना चाहिये ना कि कभी भी उनके अहित में, सरकार द्वारा श्रम कानूनों में किए गए बदलावों को तुरंत रद्द किया जाना चाहिए की मांग किया।