रमेश शंकर झा
समस्तीपुर:- छात्रों में संस्कार के साथ अनुशासन, नैतिकता, जोश, लक्ष्य व आत्मविश्वास की आवश्यकता होनी चाहिए। सही लक्ष्य का निर्धारण कर परिश्रम करने वालों को ही मंजिल मिलती हैं। प्रतियोगिता के इस दौर में अब मंजिल मिलना आसान नहीं। उक्त बातें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिनेश कुमार पाण्डेय ने कहीं। जिले के विद्यापतिनगर प्रखंड क्षेत्र के बजरंगी चौक के समीप आयोजित ऑपरेशन संस्कार अभियान कार्यक्रम के तहत छात्रों के जनसमूह को संबोधित किया।
वहीं डीएसपी ने छात्रोंं को अपने जीवन में घटित घटनाओं तथा अनुभव साझा करते हुए अपने जीवन को सरल व सुलभ बनाने के लिए रूटीन आधारित लक्ष्य का निर्धारण करने की आवश्यकता पर बल देते हुए विश्ववास दिलाया कि यदि नियमित रूप से उस लक्ष्य पर काम करें तो सफलता जरूर प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि आधुनिक दौर में छात्र इन सबों में पिछड़ रहे हैं। नो अहंकार वनली संस्कार का नारा बुलंद करते हुए कहा कि सफलता तो पाते हैं लेकिन संस्कार की कमी के कारण वह अपनी तालीम व ऊर्जा का सही उपयोग नहीं कर पाते है।
आगे डीएसपी ने कहा कि अब तक विभिन्न जगहों पर लगभग तीस हजार बच्चों से रूबरू हो कर, उनके जेहन में नैतिकता की मिठास घोली गयी है। समाज को बदलने के लिए आने वाली पीढ़ी को भी बदलना होगा। यह तभी संभव है, जब बच्चों को नैतिक और मानवीय मूल्यों का पाठ पढ़ाया जाए। सकारात्मक सोच से ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अच्छे आचरण और संस्कार की जरूरत होती है। इसके लिए अभिभावकों व शिक्षकों को आगे बढ़ कर कमान संभालने की जरूरत है।
उसके बाद डीएसपी ने बच्चों से फीडबैक लेते हुए उनके बीच शैक्षणिक उपस्कर व ट्राफी का भी वितरण कर पब्लिक फ्रेंडली होने का संदेश दिया। इस मौके पर एसआई अरविंद कुमार सिंह, एएसआई शंभू कुमार सिंह, संजय कुमार सुमन, राजीव कुमार, चंदन कुमार,राजेश कुमार, विकास कुमार सहित आदि लोग उपस्थित थे।