वंदना झा
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर:- जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने कार्यालय में कोविड१९ (Covid19) के संक्रमण रोकने हेतु बनाए गए सभी कोषांग के द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस बैठक में सभी कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी, समस्तीपुर सदर अनुमंडल पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, सिविल सर्जन, नजारत उप समाहर्ता, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
जिला पदाधिकारी ने बैठक में उपस्थित डीपीएम (DPM) स्वास्थ्य से सोडियम हाइपोक्लोराइट की उपलब्धता की जानकारी ली एवं उससे सभी प्रखंडों को सैनिटाइज कराने के लिए दिशा निर्देश दिए। वहीँ क्वॉरेंटाइन कोषांग की समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने सभी उपलब्ध होटल, उन में रह रहे लोग, अनुमंडल वार क्वॉरेंटाइन केंद्रों की क्षमता, सिंगल बेड आइसोलेशन रूम्स एवं उनमें खाने पीने की व्यवस्था और उनके साफ-सफाई की सुविधा का समीक्षा किया।
जिला पदाधिकारी ने सभी एएनएम कॉलेज और आइसोलेशन सेंटर में सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था की समीक्षा की और इनके संबंध में दिशा निर्देश दिए। सभी आइसोलेशन केंद्र पर सुरक्षा की दृष्टिकोण से होमगार्ड नियुक्त करने का निर्देश जिला पदाधिकारी ने दिया। वहीँ ट्रैकिंग कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी ने समीक्षा के दौरान यह जानकारी दी कि जिला में विदेश से आए सभी लोगों की जांच करा ली गई है। जिला पदाधिकारी ने 22 मार्च 2020 के बाद विदेश से आए लोगों के वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी लेने का निर्देश दिया। जिला में कुल 108 सैंपल लिए गए हैं 76 का रिपोर्ट आ चुका है। सभी का रिपोर्ट नेगेटिव पाया गया है।क्वारांटिन कैंप में 1653 लोग रह रहे हैं। जिनकी भी 14 दिनों की अवधि पूरी हो जाएगी उन्हें होम क्वारांटिन में जाने के लिए उनके स्वास्थ्य का पुनः जांच कर संबंधित पीएचसी प्रभारी उनके स्वास्थ्य का प्रतिवेदन देंगे।
नगर क्षेत्र में बाहर से आए लोगों की जानकारी के लिए डोर टू डोर सर्वे नगर कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा करा ली गई है। जिला पदाधिकारी ने प्राप्त सूची को संबंधित पीएचसी से उनके चिकित्सकीय परीक्षण कराने का निर्देश दिया। सनिटाइजेशन कोषांग को सभी आइसोलेशन केंद्र, क्वॉरेंटाइन केंद्र को सोडियम हाइपोक्लोराइट और ब्लीचिंग पाउडर से सैनिटाइज कराने का निर्देश दिया गया। क्वॉरेंटाइन केंद्रों में रह रहे लोगों से कॉल कर संपर्क स्थापित किया जा रहा है और उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी लगातार ली जा रही है। वहीँ आपूर्ति प्रशाखा द्वारा यह बताया गया कि जिला के सभी प्रखंडों को 3 जोन में बांट दिया गया है। इन तीनों जॉन का दायित्व प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी और सीडीपीओ को दिया गया है। यह सुनिश्चित करेंगे कि जन वितरण प्रणाली विक्रेता द्वारा किसी भी राशन कार्ड धारी को उन्हें अनुमान खाद्यान्न की मात्रा से कम मात्रा नहीं दिया जाए और ना ही निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत ली जाए। इससे संबंधित शिकायतों के निवारण के लिए अनुमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्ष गठन करने का निर्देश दिया। इस आशय की जानकारी जिला जनसंपर्क पदाधिकारी के व्हाट्सएप के द्वारा प्रेस को मिला।