रमेश शंकर झा
समस्तीपुर:- बाल विवाह एंव दहेज प्रथा के उन्मूलन हेतु महिला विकास निगम समाज कल्याण विभाग यूनिसेफ, एक्शन ऐड के संयुक्त तत्वावधान में राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत अनुमंडल स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया। सदर अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार मंडल की अध्यक्षता में की गई है। वहीँ अनुमंडल स्तरीय टास्क फोर्स में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी व अनुमंडल के सभी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक सदस्य होंगे। गठित अनुमंडल स्तरीय पहली बैठक में विषय प्रवेश कराते हुए बाल विवाह उन्मूलन अभियान के जिला समन्वयक, एक्शन एड के अरविंद कुमार ने उपस्थित प्रतिभागियों को बताया कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक बिहार में बाल विवाह दर 42.5% व समस्तीपुर का बाल विवाह का दर 53.5% है।
उन्होंने अभी कुछ दिन पूर्व सिविल सर्जन समस्तीपुर के हवाले आए तथ्यों का जिक्र करते हुए बताया कि अभी हाल में समस्तीपुर में 9 महीने में 3591 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों ने सरकारी अस्पतालों में बच्चे को जन्म दिया है। उन्होंने आंकड़ों की भयावहता की ओर इंगित करते हुए बताया कि समस्तीपुर बाल विवाह के मामले में बिहार के 11 जिलों में से एक है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए एक अधिकारी ने प्रतिभागियों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 पर विस्तार से प्रकाश डाला और बताया कि बाल विवाह को कराने व प्रोत्साहित करने वाले व्यक्ति को 2 वर्ष तक की कारावास एक लाख तक का अर्थदंड का प्रावधान है। उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को बाल विवाह दहेज प्रथा की समाप्ति के लिए विद्यालय संवेदी कार्यक्रम को प्रोत्साहित करने की अपील की।
अनुमंडल में निर्णय लिया गया कि सभी विद्यालयों में फ्लेक्स बोर्ड या दीवार पर बाल- विवाह के उन्मूलन से संबंधित स्लोगन, लेखन व उसके प्रभावी नियंत्रक का मोबाईल न. का उल्लेख किया जाएगा। सभी विद्यालयों में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। बाल विवाह की रोकथाम के लिए पंडित, मौलाना,सेवा प्रदाताओं की बैठक की जाएगी। बैठक में उपस्थित प्रधानाचार्य शाह जफर इमाम, उषा कुमारी,अनिल कुमार झा, जयप्रकाश सिंह ,सतीश चंद्र झा, नमिता कुमारी ,कपिलदेव सिंह व महिला विकास निगम से प्रखंड समन्वयक राजीव रंजन ,रश्मि कुमारी और शंभू कुमार शर्मा ने अपने अपने विचार रखे।