मामला प्राथमिक विद्यालय कोइरी टोल गढसिसई का है।
मूल विद्यालय में शिक्षकों की कमी से जर्जर शैक्षणिक व्यवस्था से हलकान ग्रामीणों के मोर्चा खोलने पर मामले का हुआ पर्दाफाश।
रमेश शंकर झा
समस्तीपुर:- जिले के विद्यापतिनगर क्षेत्र में कागज पर प्रतिनियुक्ति और विद्यालय से महीनों से शिक्षिका फरार। जी हाँ यह चौंकानें वाला मामला इन दिनों विद्यापतिनगर प्रखंड में सुर्खियों में है। जहां पैरवी व अपनी उच्ची पहुंच की बदौलत शैक्षणिक अभिरुचि में सिफ़र रहने वाले शिक्षकों की चांदी कट रही है। वहीं प्रतिनियुक्ति का आदेश जारी कर शिक्षा विभाग भी कुंभकर्णी निंद्रा में है। नतीजतन विभिन्न विद्यालयों की शैक्षणिक व्यवस्था चौपट हो गयी है। प्रखंड में शिक्षक के प्रतिनियुक्ति के बाद प्राथमिक विद्यालय कोइरी टोल गढसिसई की शैक्षणिक व्यवस्था लचर होने से स्थानीय ग्रामीणों की नाराजगी व विरोध पर मामला प्रकाश में आया है। वह वाकई इस प्रतिनियुक्ति के ‘खेल’ को प्रतिबिंबित कर रहा है।
प्रावि कोइरीटोल गढ़सिसई से दो शिक्षिका गुंजन कुमारी व सविता कुमारी का दूसरे विद्यालय में प्रतिनियुक्त किया गया। वहीँ सविता कुमारी के मध्य विद्यालय शेरपुर ढेपुरा में योगदान देने की जानकारी दी गयी। इससे संबंद्ध में मवि शेरपुर ढेपुरा के एचएम ने योगदान दिये जाने की बात कहीं, पर मंगलवार को वो बिना आवेदन दिए विद्यालय से अनुपस्थित पायी गयी। वहींं महीनों से शिक्षिका गुंजन कुमारी का उनके मूल विद्यालय से 02 दिसंबर 19 को उमवि चमथा में प्रतिनियुक्त किया गया। इनका प्रतिनियुक्ति 31 जनवरी 2020 तक के लिये किया गया था। इस संबंध में पङताल पर इससे संबंधित जानकारी बीआरसी की निर्गत पंजी संचिका मे दर्ज नहीं मिला। न ही वेे अबतक बीआरसी व अपने मूल विद्यालय में ही योगदान दिया है। वहीं मूल विद्यालय के एचएम अशोक कुमार ने शिक्षिका गुंजन कुमारी कि उमवि चमथा में प्रतिनियुक्ति होने संबंधी पत्र दिखा कर जानकारी दी। प्रतिनियुक्ति वाले विद्यालय मवि चमथा के एचएम अनिल कुमार ने बताया कि उक्त शिक्षिका विद्यालय में आजतक योगदान करने नहीं आई है। न ही विभाग से उसके योगदान का आदेश संबंधी कोई पत्र भी मिला है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो पैरवीधारी शिक्षक व शिक्षिकाओं को ही कतिपय कारणों का हवाला देकर बीआरसी की ओर से प्रतिनियुक्ति की जाती रही है। इधर प्रतिनियुक्ति के नाम पर शिक्षिका के महीनों से फरार रहने का मामला सामने आते ही बीआरसी पर कुंडली मारे बैठे कतिपय पैरवीधारी शिक्षकों के होश उड़ गए। करीब दो माह से विद्यालय से गायब शिक्षिका गुंजन कुमारी को लेकर पूछे जाने पर बीइओ मधुकर प्रसाद सिंह ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। इसकी पड़ताल की जाएगी। इधर शिक्षिका गुंजन कुमारी व सविता कुमारी ने इस संबंध में कहा कि मैं बहुत दिनों से बीमार चल रही हूँ । इसलिए अपने मूल विद्यालय से अन्यत्र विद्यालय में प्रतिनियोजन करवा कर दिल्ली में ईलाज करवा रही हूं। शिक्षकों की कमी पर अभिभावकों ने किया था बबाल।
प्रावि कोइरीटोल में एक सौ सतासी बच्चे नामांकित है। पांच शिक्षक का पद आवंटित है। एक शिक्षक परीक्षा ड्यूटी में लगाये गये हैं।बकई दिनों से विद्यालय में शैक्षणिक अराजकता, परिसर में बच्चों की चहलकदमी को लेकर उपजे असंतोष पर ग्रामीण व अभिभावकों रामनरेश कुमार, बिंदेश्वरी महतो,प्रभु साह,अखिलेश कुमार,बिपीन कुमार,मीना देवी, बालेश्वरी देवी आदि ने विद्यालय पहुंच अव्यवस्था का कारण जानना चाहा तब एचएम ने शिक्षकों की कमी की बात कहीं व दो शिक्षिका के प्रतिनियुक्ति का राज खुला।