*सच्ची खबर लिखना पत्रकार को पड़ा महंगा पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज। हर खबर पर पैनी नजर।*

अभिमन्यु सिंह।

बेगूसराय:- जिले के बखरी थाना क्षेत्र के परिहारा ओपी के पुलिस अवर निरीक्षक त्रिभुवन कुमार ठाकुर के द्वारा एक फर्जी आरोप लगाकर अभिमन्यु सिंह ब्यूरो चीफ झंझट टाइम्स हिंदी सप्ताहिक सहित दो अन्य पत्रकारों पर थाना कांड संख्या 11/20 धारा 109, 120 (बी) 500 ,506 ,353 , 34 भा०द०वि० तथा 67 (ए) आईटी धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। जिसमें पुलिस ने संवाददाता सुभाष कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया गया है। वहीँ पुलिस के इस कारनामे को लेकर जिले के पत्रकारों ने काफी निंदा किया है। इस संबंध में बेगूसराय आरक्षी अधीक्षक से गिरफ्तार पत्रकार एवं मुकदमा के बारे में जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कहा कि पत्रकार की डिग्री कहां से मिला है,

यह बताएं पहले तो आगे हम कुछ बताऊंगा। बिहार का पहला पुलिस अधीक्षक है जिन्हें अपराधी को गिरफ्तारी छोड़ अब पत्रकारों की डिग्री की मांग किया करते है, यही देखने को मिला। संपूर्ण बिहार में शराब की धंधा जोरों से जारी है, और जो पत्रकार के द्वारा शराब धंधेवाज के खिलाफ अखबारों में खबर बनाने पर पत्रकारों पर फर्जी मुकदमा किए जाने की पत्रकारों ने निंदा की। इस बीच बिहार सरकार के गृह आयुक्त, मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक से बेगूसराय के एसपी एवं थानाध्यक्ष त्रिभुवन कुमार ठाकुर के क्रियाकलापों की जांच कराने की भी मांग किया है। इसके साथ ही शराब माफियाओं व पुलिसकर्मियों के सांठ-गांठ की जाँच कराने की मांग सरकार से की है।

बतादे कि बीते दिनों खुद युवा राजद के जिलाध्यक्ष मोहित यादव ने पत्रकारों को बताया कि बेगूसराय का ऐसा कोई अनुमंडल नहीं है जहां दो से चार गाड़ी शराब नहीं उतरता है। वहीँ बिहार के मुख्यमंत्री को भी आड़े हाथों लेते हुए बताया कि यहीं कारण बिहार के मुख्यमंत्री के द्धारा आयोजित मानव श्रृंखला को बिहार वासियों ने असफल माना और मानव श्रृंखला से दूरी बनाकर रखा। वहीं सच्ची खबर लिखने पर पत्रकार को ही अपराधी बताना जरूर समझा यह चर्चा का विषय बना हुआ है।

Related posts

Leave a Comment