*आइसा कार्यकर्ताओं ने जेएनयू के छात्र-शिक्षकों पर हमले के खिलाफ विरोध मार्च निकालकर गृहमंत्री का पूतला दहन किया। हर खबर पर पैनी नजर।*

हमलावर गुंडों को गिरफ्तार करें दिल्ली पुलिस:- सुनील कुमार।

बेटी बचाओ का नारा देने वाले बेटियों पर हमला पर चुप क्यों:- मनीषा कुमारी

वन्दना झा

समस्तीपुर:- जिले के आइसा कार्यकर्ताओ ने जेएनयू के छात्र व शिक्षकों पर एबीवीपी के गुंडों के द्वारा स्टिक, रोड, लाठी-डंडे से लैस होकर किए गए कायरतापूर्ण हमला के खिलाफ आरोपियों की गिरफ्तारी करने, घटना के दोषी गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफा देने की मांग पर बड़ी संख्या में आइसा से जुड़े कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने हाथों में झंडे, बैनर एवं मांगों से संबंधित नारे लिखी तख्तियां हाथों में लेकर शहर के स्टेडियम गोलंबर से विरोध मार्च निकाला।

वहीँ नारे लगाकर जुलूस मुख्यालय का भ्रमण करते हुए पुल चौराहा पहुंचकर विरोध मार्च सभा में तब्दील हो गया। इस सभा की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष लोकेश राज ने किया। सभा को संबोधित करते हुए आइसा के प्रिति कुमारी, मनीषा कुमारी, गंगा प्रसाद पासवान, मोहम्मद फरमान, अभिषेक कुमार, ललित सहनी आदि ने कहा कि यह शिक्षा और छात्र जगत पर हमला है।

आइसा इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। अपने संबोधन में जिला सचिव सुनील कुमार ने कहा कि पूरे देश में मोदी-शाह की तानाशाही सरकार अघोषित आंदोलन छेड़ दिया है। यह इमरजेंसी से भी बदतर स्थिति है। बेटी बचाओ का नारा देने वाले संघ-भाजपा से जुड़े एबीवीपी के गुंडे रात के अंधेरे में बेटियों पर हमला करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि संपूर्ण देश में एबीवीपी हमलावर बनी हुई है।

एबीवीपी के लोग कहीं पुलिस वर्दी तो कहीं बुरका और कहीं मुंह में गमछा, रूमाल बांधकर अपना पहचान छुपाकर आम सरकार के विरोधियों पर हमला करती है। भीड़ में घुसकर गोलियां चला रही है। यह लोकतंत्र के साथ-साथ संविधान विरोधी कार्रवाई है। इसके खिलाफ छात्र, नौजवान, बुद्धिजीविओं समेत आमजनों को आगे आना होगा। सभा के अंत में गृहमंत्री अमित शाह का पूतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया।

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