विवेक यादव।
पटना:- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मुजफ्फरपुर समाहरणालय सभाकक्ष में तिरहुत प्रमंडल की प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक के अंतर्गत मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी एवं वैशाली जिले की जल-जीवन-हरियाली अभियान से संबंधित समीक्षा बैठक की गई। बैठक में सार्वजनिक कुंओं, चापाकल, आहर, पइन का जीर्णोद्धार, नलकूपों, कुओं एवं चापाकल के किनारे सोख्ता निर्माण, जल संरक्षण संरचना, छोटी-छोटी नदियों, नालों, पहाड़ी क्षेत्रों में चेक डैम एवं जल संचयन की अन्य संरचनाओं का निर्माण, नए जल स्रोतों का सृजन,
सरकारी भवनों पर छत वर्षा जल संचयन, पौधशाला सृजन एवं सघन वृक्षारोपण, जैविक खेती एवं टपकन सिंचाई के संबंध में विस्तृत चर्चा की गयी। इसके साथ ही सौर ऊर्जा उपयोग को प्रोत्साहन एवं ऊर्जा की बचत, हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली नालियाँ, राज्य में बची सभी संपर्क विहीन बसावटों को पक्की सड़कों से जोड़ना, शौचालय निर्माण घर का सम्मान, बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम, ऊर्जा विभाग के अंतर्गत जर्जर तारों का बदलाव, पॉवर सब स्टेशन के निर्माण से संबंधित जानकारी भी दी गई।
समीक्षा बैठक में जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं एवं शिकायतों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। जिसपर संबंधित विभाग के अधिकारियों ने अपनी बातें रखीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को षिकायतों के शीघ्र निष्पादन के लिये आवश्यक दिशा निर्देश दिए।समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक जल संचयन के अंतर्गत सार्वजनिक कुओं का सर्वेक्षण ठीक से करवा लें। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर प्रमंडल के अंतर्गत जो चैर क्षेत्र कहीं आते हैं तो उनका सदुपयोग करने के लिए किसानों को प्रेरित करें। चैर क्षेत्र के अंतर्गत जो गहरे भाग हैं वहां तालाब का निर्माण कर सकते हैं और उससे निकाली गई मिट्टी से वृक्षारोपण कर किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के संबंध में लोगों के बीच और प्रचार प्रसार करें ताकि वो अपनी शिकायत दर्ज करा सकें और उनकी समस्या का ससमय निपटारा हो सके। उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान मिशन मोड में चलाया जा रहा है।
सभी दलों के विधायक एवं विधान पार्षदों की संयुक्त बैठक में इस अभियान को चलाने का निर्णय लिया गया है। इस अभियान से वातावरण बदलेगा, लोगों में जागृति आएगी। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जल संचयन स्त्रोतों को चिन्हित किया जा रहा है, उन्हें अतिक्रमण मुक्त कराकर उनका जीर्णोद्धार किया जा रहा है। राज्य के सभी हिस्सों का भू-जल स्तर नीचे जा रहा है, भू-जल स्तर को बनाए रखने के लिए सभी लोगों को सहयोग करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने उपस्थित जन प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि 19 जनवरी, 2020 को 11.30 बजे से 12 बजे तक पुरुष, महिला, युवा सभी को मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए प्रेरित करें।
बैठक में पथ निर्माण मंत्री श्री नंदकिशोर यादव, उद्योग मंत्री श्री श्याम रजक, नगर विकास एवं आवास मंत्री श्री सुरेश शर्मा सहित सांसदगण, विधायकगण, विधान पार्षदगण, अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय,संबंधित विभागों के एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त श्री पंकज कुमार, योजना एवं विकास विभाग के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी एवं वैशाली जिले के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक शामिल थे।
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