विश्वकर्मा पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाया गया
समस्तीपुर:- भगवान विश्वकर्मा की पूजा -अर्चना बड़े ही धूमधाम से भाद्रपद की शुक्ल पक्ष की एकादशी 17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा का जन्मदिन माना जाता है। इसलिए हर साल के 17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की पूजा -अर्चना की जाती है।
जिले के विभिन्न क्षेत्रों सहित रोसड़ा अनुमंडल क्षेत्र के सभी छः प्रखंड रोसड़ा, विभूतिपुर, शिवाजीनगर, सिंधिया, हसनपुर एवं बिथान में निर्माण शिल्प एवं सृजन कर्त्ता भगवान विश्वकर्मा की पूजा -अर्चना बड़ी धूमधाम से मनाई गई।
इस दौरान अनुमंडलीय क्षेत्र के लोहे से संबंधित वाहन, दुकानें लोहे एवं छड़ों से निर्मित उत्पादन की दुकानें छोटी -बड़ी दर्जनों कल कारखानें एवं आरा मशीनों पर पूरे विधि- विधान से वास्तु कला शिल्प कला एवं औजार समेत पूरे संसार के सृष्टि के देवता भगवान विश्वकर्मा की पूजा -अर्चना की गई।
भगवान विश्वकर्मा भगवान ब्रह्मा एवं माता सरस्वती के संतान हैं। इन्हें विभिन्न नाम से जाने जाते हैं जैसे- देव शिल्पी जगतकर्त्ता एवं शिल्पेश्वर इनके कई संताने थे नल, नील, संध्या, बृहस्पति रिद्धि सिद्धि, चित्रां गदा भगवान विश्वकर्मा की पूजा -अर्चना सुबह से शाम तक जारी रही। पूजा उपरांत देर रात तक प्रसाद का वितरण किया गया।