*महंगी रसोई गैस सिलेंडर ने किचेन का जायका बिगाड़ा:- बंदना सिंह, हर खबर पर पैनी नजर।* इंडिया पब्लिक न्यूज…

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रमेश शंकर झा,

समस्तीपुर:- रसोई गैस की कीमत हजार रूपये पर पहुंचने पर महिला अधिकार कार्यकर्ता सह ऐपवा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि महंगाई घटाने के नाम पर सत्ता में आई मोदी सरकार आज महंगाई बढ़ाकर लोगों को जीना मुहाल कर दिया है।

लगभग 2 सौ रूपये सरसों तेल, 105 रूपये पेट्रोल समेत तमाम आवश्यक वस्तुओं के लिए लोगों को दोगुना से भी अधिक कीमत चुकाना पड़ रहा है। रसोई गैस की कीमत लगभग हजार रुपये पर पहुंचने पर बाकी का कसर भी पूरा हो गया।

वहीं डा० प्रभात कुमार की एक कविता की चर्चित पंक्ति “जाड़े की धूप फिसल गई करेंसी नोट की तरह- फटा हुआ गुलबंद पर एक और टूकड़ा जुड़ गया” को कोट करते हुए उन्होंने कहा कि वैसे परिवार जो दो जून की रोटी का जुगाड़ जैसे- तैसे कर लेते थे, हजार रूपये के रसोई गैस ने उनकी रही- सही कमर तोड़ दी है।

श्रीमती बंदना ने कहा कि लोग महंगाई से इस कदर परेशान है कि अब घर आये मेहमानों को चाय तक पिलाने से बचते नजर आते हैं। यही कारण है कि आज गांव, टोला, मुहल्ला में रसोई गैस खरीदने के बजाय महिलाएं पुनः जलावन पर खाना बनाना शुरू कर दी है।

आज सिलेंडर खाने बनाने में नहीं बर्तन रखने में ईस्तेमाल होने लगा है। महिला नेत्री ने कहा कि जब वे मैजिक से सिलेंडर वितरण करने वाले, राजेश कुमार, मिथिलेश कुमार से पूछा तो बताया गया कि पहले एक दो मैजिक सिलिंडर एक दिन में वितरण करते थे, आज कीमत बढ़ जाने के वजह से एक मैजिक सिलेंडर दो दिन में बिक पाता है।

ऐपवा नेत्री बंदना ने महिलाओं समेत आम- आवाम से अपील करते हुए कहा कि बहुत हुई महंगाई की मार- अब न सहेंगे मोदी सरकार। अब यूपी की जनता जुमलेबाज की सरकार को हराकर चैलेंज दे कि अगर महंगाई पर रोक नहीं लगी तो 2024 में बढ़ते महंगाई की जिम्मेवार मोदी सरकार को जनता सत्ता से बेदखल कर देगी।

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