वंदना झा,
समस्तीपुर:- जिले के प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम ऑनलाइन जूम मीटिंग के द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें श्री कृष्ण दर्शन, महाआरती, श्री कृष्ण रासलीला का बहुत ही सुंदर प्रस्तुतीकरण किया गया।
जिसमें समस्तीपुर, रोसड़ा, पटोरी, दलसिंहसराय सेंटर के अनेक भाई-बहन सम्मिलित हुए। वहीं गुरुग्राम से ऊषा चौधरी ने श्री कृष्ण की महिमा सुनाते हुए कहा कि वह सर्वगुण संपन्न, 16 कला संपूर्ण, संपूर्ण निर्विकारी, मर्यादा पुरुषोत्तम, डबल अहिंसक देवता थे। रोसड़ा की कुंदन बहन ने श्री कृष्ण की 16 कलाओं का विस्तार से वर्णन किया।
समस्तीपुर की पूजा बहन ने कृष्ण को श्याम-सुंदर क्यों कहते हैं? इस विषय पर प्रकाश डाला। बी०के० वरुण ने बताया- निकट भविष्य में इस कलियुगी दुनिया के महाविनाश के पश्चात् शीघ्र ही श्रीकृष्ण का पदार्पण सतयगी दुनिया में होने वाला है।
ओमप्रकाश भाई ने श्री कृष्ण की 16, 108 पटरानियों का रहस्य बताते हुए कहा कि परमात्मा पिता जब इस सृष्टि पर संगमयुग में अवतरित हुए, विश्व की अनेक आत्माओं ने उन्हें पहचान कर उन पर अपना सर्वस्व समर्पण किया।
उनमें से जो नंबरवन 16,108 आत्माएं बनीं, वहीं सतयुग में श्रीकृष्ण की राजधानी में नंबर वन वारिस बनीं। श्री कृष्ण तो मर्यादा पुरुषोत्तम थे और अभी कलियुग में भी कोई ऐसा विसंगति पूर्ण कार्य नहीं करता है।
कृष्ण भाई ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि परमात्मा शिव इस मनुष्य सृष्टि रूपी वृक्ष के बीज रूप हैं और श्री कृष्ण उनसे निकला हुआ प्रथम पत्ता है अर्थात् परमात्मा शिव रचयिता हैं और श्री कृष्ण उनकी नंबर वन रचना हैं। इसके पश्चात् श्री कृष्ण प्रश्नमंच को तरुण भाई ने संचालित किया। राजकुमार भाई ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस कार्यक्रम में जुड़े पटना से अपर आयुक्त, वाणिज्य कर विभाग सुबोध राम, पूर्व एडीजे संजय कुमार उपाध्याय, वर्तमान एडीजे दशरथ मिश्र, सुधा डेयरी एमडी डी.के. श्रीवास्तव, पुणे से उमाशंकर प्रसाद गुप्ता ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ० पंकज, रमेश चांदना, सतीश चांदना, डी.के. सिंह, अमित गुप्ता, सुशील चमडिया, परमानंद भाई, मुकेश भाई, राकेश माटा भाई, कृष्ण गोपाल दुआ, प्रोफ़ेसर दिलीप आदि उपस्थित थे।