RSJ/DESK,
पटना:- कृषि विभाग से प्राप्त सूचनानुसार धान एवं औद्योगिक से फसलों के साथ – साथ गन्ना फसल की भी खेती बड़े पैमाने पर (2.5-3.0 लाख हे०) राज्य के किसानों द्वारा किया जाता है। कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर किये जा रहे फसल क्षति संबंधी आकलन में कभी-कभी गन्ने के फसल की क्षति का आकलन नहीं हो पा रहा है।
उच्च स्तर से प्राप्त निर्देश के आलोक में अन्य फसलों के साथ-साथ गन्ने के फसल की क्षति का आकलन भी कृषि विभाग के द्वारा ही किया जायेगा, ताकि कृषि इनपुट अनुदान प्रभावित गन्ना किसानों को ससमय मिल सके। वहीं सभी जिला कृषि पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि बाढ़, सुखाड़, असामयिक वर्षापात एवं अन्य प्राकृतिक आपदाओं से फसल क्षति के आकलन में गन्ना फसल की क्षति का भी आकलन अवश्य किया जाए, ताकि गन्ना उत्पादक कृषकों को भी नियमानुसार कृषि इनपुट अनुदान का लाभ दिया जा सके ।