वन्दना झा
पटना:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह एवं आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों के साथ-साथ अद्यतन स्थिति पर मीडियाकर्मियों के साथ संवाद कर जानकारी दी। सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के स्तर पर लगातार समीक्षा की जा रही है और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटों में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 409 हो गयी है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिये कई कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा राहत केन्द्रों की संख्या 203 हो गयी है। पहले से अधिक संख्या में लोग आपदा राहत केन्द्र पर लाभान्वित हो रहे हैं और उनकी संख्या 72,000 से अधिक हो गयी है। अब स्कूल (पंचायत) स्तर पर 1,413 क्वारंटाइन केन्द्र कार्यरत हैं, जिसमें 13,300 से ज्यादा लोग रह रहे हैं।
इन सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय जाॅच की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार के लोग जो बाहर फॅसे हुये हैं, वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बता रहे हैं। प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का संबंधित राज्य सरकारों तथा जिला प्रशासन से समन्वय कर समस्या का समाधान किया जा रहा है। अब तक 1 लाख 26 हजार काॅल/मैसेज प्राप्त हुये हैं जिनमें बिहार के बाहर के छात्र-छात्राओं के भी काॅल/मैसेज शामिल हैं। इनमें 15 लाख 17 हजार लोग सम्मिलित हैं। उनसे फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण बिहार के जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में फॅसे हुये हैं, उन्हें प्रति व्यक्ति 1,000 रूपये की राशी मुख्यमंत्री विशेष सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से दी जा रही है। अब तक 28 लाख 29 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुये हैं, उनमें से 17 लाख 69 हजार राज्य के बाहर रह रहे बिहार के लोगों के खाते में राशी अंतरित की गयी है। शेष आवेदनों का शीघ्र निष्पादन कर राशि अंतरित की जा रही है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव ने बताया कि बिहार फाउण्डेशन के माध्यम से देश के 9 राज्यों के 12 शहरों में 55 राहत केन्द्र भी चलाये जा रहे हैं, जहाॅ पर लोगों को भोजन तथा राशन सामग्री भी दी जा रही है। अब तक 13 लाख 74 हजार लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार लोगों की हरसंभव मदद कर रही है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 26 पाॅजिटिव मामले आये हैं और अब कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 409 हो गयी है। आज 19 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। अब तक कुल 84 लोग स्वस्थ हुये हैं। कोरोना संक्रमण से प्रभावित 28 जिलों में सीवान के 30, बेगूसराय के 11, मुॅगेर के 92, पटना के 42, गया के 6, गोपालगंज के 18, नवादा के 4, नालंदा के 35, सारण के 4, लखीसराय के 4, भागलपुर के 5, वैशाली के 3, बक्सर के 40, भोजपुर के 11, रोहतास के 31, पूर्वी चम्पारण के 5, पश्चिम चम्पारण के 5, बाॅका के 3, कैमूर के 18, औरंगाबाद के 8, मधेपुरा के 2, अरवल के 4, जहानाबाद के 4, मधुबनी के 5, पूर्णिया के 1, दरभंगा के 5, शेखपुरा के 1 एवं सीतामढ़ी के 6 मामले हैं, जबकि अररिया जिले का रहने वाला व्यक्ति पिछले कुछ दिनों से सारण में रह रहा था और वहीं संक्रमित हुआ है और इलाज करा रहा है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार अब तक कुल 22,672 सैंपल्स की जाॅच की जा चुकी है। कोरोना की जाॅच के लिये छह लैब काम कर रही है और इससे जाॅच में तेजी आयी है।
सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य के तीन अस्पतालों- एन0एम0सी0एच0 पटना, ए0एन0एम0सी0एच0 गया, भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। विभिन्न जिलों में कोविड केयर सेंटर के रूप में भी आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ायी गयी है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, उसकी वजह जो सामने आयी है कि ऐसे लोग जो बाहर से आये हैं, उनमें कई संक्रमित पाये जा रहे हैं। राज्य में अब तक बाहर से आये ऐसे 47 कोरोना संक्रमित पाये गये हैं, जिनमें भागलपुर के 1, बाॅका के 2, औरंगाबाद के 5, अरवल के 4, सारण के 1, भोजपुर के 1, शिवहर के 1, पूर्वी चम्पारण के 4, पश्चिम चम्पारण के 5, गया के 1, पटना के 5, मधुबनी के 5, गोपालगंज के 4, दरभंगा के 1, पूर्णिया के 1, शेखपुरा के 1 और सीतामढ़ी के 5 लोग शामिल हैं। सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य के विभिन्न जिलों में 303 क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किये गये हैं, जिसमें होटल सहित अन्य स्थल भी शामिल हैं। क्वारंटाइन केन्द्रों में 7,727 कमरे चिन्हित किये गये हैं। अब तक क्वारंटाइन केन्द्रों में आवासित लोगों की संख्या 2,154 है। पंचायत स्तर पर विद्यालयों में बनाये गये क्वारंटाइन सेंटर में चिकित्सकीय दल नियुक्त हैं और उनकी जाॅच की जा रही है। आइसोलेशन सेंटर में मरीजों की संख्या 323 है। कोरोना प्रभावित जिलों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग करायी जा रही है।
अब तक निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कुल 75 लाख 72 हजार घरों का सर्वेक्षण कराया जा चुका है, जिससे 4 करोड़ 10 लाख 16 हजार 705 लोग जुड़े हैं, उनमें से 3,180 लोगों में सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाये गये हैं लेकिन यह आवश्यक नहीं कि वे कोरोना संक्रमित हों। उन्होंने कहा कि परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है। सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि जो भी बाहर से आये हैं उनकी सतत निगरानी की जा रही है, उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है और हेल्थ रिपोर्ट भी ली जा रही है। उन्होंने कहा कि जो भी बाहर से आते हैं और जिनमें कोरोना संक्रमण के कुछ भी लक्षण दिखते हैं, वे सीधे अस्पताल जाकर जाॅच करायें। इससे उनके परिवार को और उनके आसपास के लोगों का बचाव होगा। लोग अपनी ट्रेवल हिस्ट्री न छिपायें। सभी लोग मास्क का प्रयोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
वहीँ अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि लाॅकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। अब तक कुल 1,696 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है और 1,643 लोगों की गिरफ्तारियाॅ हुयी हैं। 51,114 वाहन जब्त किये गये हैं। अब तक इससे कुल 11 करोड़ 51 लाख रूपये की राशी जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 25 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं और 41 लोगों की गिरफ्तारियाॅ हुयी हैं। 1,772 वाहन जब्त किये गये हैं और 35 लाख 27 हजार रूपये जुर्माना वसूला गया है।
कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और लाॅकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल पदााधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र में चलाये जा रहे आपदा राहत केन्द्रों पर राज्य के बाहर से आने वाले लोगों की प्रारंभिक स्क्रीनिंग कराने के बाद उन्हें अपने गंतव्य जिले तक पहुॅचाकर वहाॅ चलाये जा रहे प्रखण्ड स्तरीय क्वारंटाइन केन्द्र पर रखा जायेगा, जहाॅ पर भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय व्यवस्था रहेगी और वहाॅ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जायेगा।