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मधुबनी:- राज्य सरकार द्वारा 6 करोड़ वयस्कों को 6 माह में कोविड टीका लगाने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिले के शहरी क्षेत्र में मेगा कैम्प के तीसरे दिन भी 18 प्लस के लोगों को कोविड टीका लगाया गया। वहीं अल्पसंख्यक समुदाय में टीकाकरण की जागरूकता को लेकर बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित टीका रथ को जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कल्याण पदाधिकारी ने बताया टीकाकरण भ्रांतियों को दूर करने तथा टीकाकरण को लेकर जागरूकता अभियान चलाए जाने के उद्देश्य से यह भ्रमण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसी उद्देश्य से टीकाकरण रथ आज मधुबनी पहुंची और शाम में सुपौल के लिए रवाना हो गई। उन्होंने बताया इसमें जिले के सभी मदरसों के प्रधान मौलवी की जिम्मेदारी तय की गई है की अपने अपने क्षेत्र में टीकाकरण को लेकर लोगों को जागरूक करें। साथ ही लोगों में अगर कोई भ्रांतियां हैं तो उन्हें दूर करें। जिले में अब तक 6.87 लाख से अधिक लोगों को टीकाकरण किया जा चुका है। जिले के किसी भी हिस्से से कोविड वैक्सीन के प्रति किसी भी प्रकार के अफवाह मिलने की सूचना नहीं मिल रही है। कोविड- 19 टीका के प्रति लोगों में अब काफी उत्साह है। खासकर 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के युवाओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। इस आयुवर्ग के लोग खासकर शहरी क्षेत्र में स्वयं को पंजीकृत करवा कोविड टीका लेने सत्र स्थलों पर पहुँच रहे हैं।
13 सत्र स्थल पर लगाया गया टीका:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के विश्वकर्मा ने कहा सोमवार को जिले में संचालित कुल 13 सत्र स्थलों पर सत्रवार लक्ष्य निर्धारित करते हुए लोगों को कोविड टीका लगाने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कोविड टीकाकरण के लिए लाभार्थी का सत्यापन किया जाता है। इसमें आधार कार्ड के अलावा भी कई प्रकार के दस्तावेजों का उपयोग किया जा सकता जैसे- मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट, पेंशन पासबुक, एन.पी.आर. स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त दिव्यांगता प्रमाण-पत्र या राशनकार्ड में से किसी एक का उपयोग सत्यापन के लिए किया जा सकता है। यानि टीकाकरण सत्र पर पहुंचे किसी व्यक्ति के पास उक्त कोई भी पहचान पत्र रहे तो उनका सत्यापन करते हुए टीकाकरण किया जाय। ताकि लक्ष्य की प्राप्ति हो सके।
लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सत्यापनकर्त्ता को भी आवश्यक निर्देश:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के. विश्वकर्मा ने लक्ष्य प्राप्ति के लिए सत्यापनकर्ताओं को भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा यदि किसी सत्र स्थल पर किसी वजह से ऑनस्पॉट पंजीकरण करने में देरी हो रही हो या नहीं हो पा रहा हो। ऐसी अवस्था में टीका लेने आने व्यक्ति द्वारा उपलब्ध कराये गये दस्तावेजों एवं मोबाइल नम्बर को अंकित करते हुए उन्हें टीका लगाया जाय एवं बाद में उनका पंजीकरण कोविन पोर्टल पर अवश्य करें। यह पंजीकरण भी समय रहते यथाशीघ्र किया जाय ताकि जिले की उपलब्धि समय पर पोर्टल पर परिलक्षित होने पाये।
2 दिनों में शहरी क्षेत्र में 8.4 हजार से अधिक लोगों को टीका:
यूनिसेफ एसएमसी प्रमोद कुमार झा ने बताया लोगों के मन में टीकाकरण को लेकर दुविधा को दूर किया गया तथा उन्होंने बताया शहरी क्षेत्र में चलाए जा रहे मेगा कोविड वैक्सीनेशन ड्राइव के पहले दिन 5,052 लोगों को टीका लगाया गया। वहीं दूसरे दिन 3,425 लोगों को तथा तीसरे दिन सोमवार को 13 सत्र स्थलों पर टीकाकरण शुरू किया गया। उन्होंने बताया शहरी क्षेत्र पर विशेष जोर देते हुए केवल शहरी क्षेत्र में लोगों को कोविड टीका लगाने का लक्ष्य दिया गया है। एक बड़ी आबादी शहर में रहती है। इस आबादी के अधिक से अधिक लोगों को कोविड टीका लगाना जरूरी है ताकि संभावित कोरोना की तीसरी लहर से उन्हें बचाया जा सके। उन्होंने कहा कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआती दौर में कोरोना के अधिक मामले केवल शहरी क्षेत्र से आ रहे थे। इसलिए शहरी क्षेत्र के लोगों का शत्-प्रतिशत कोविड टीकाकरण होना जरूरी है।
मौके पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी,डीपीओ माध्यमिक शिक्षा विभाग, जिला कार्यक्रम प्रबंधक दयाशंकर निधि, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ.कमलेश शर्मा, यूनिसेफ एसएमसी प्रमोद कुमार झा, आदि उपस्थित थे।