*नल जल में भारी अनियमितता को लेकर जिलाधिकारी को आवेदन सौंपा। हर खबर पर पैनी नजर।* इंडिया पब्लिक न्यूज…

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समस्तीपुर:- जिले के खानपुर प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत राज सादिपुर के सेदुखा वार्ड संख्या 4 में सरकार द्वारा  सात निश्चय नल-जल योजना अंतर्गत हर घर शुद्ध पेय जल पहुंचाने को लेकर मॉडल स्टीमेट के तहत सार्वजनिक क्षेत्र या निजी जमीन जिसे राज्यपाल के नाम कर अंचलाधिकारी के एनओसी देने के बाद उसपर स्ट्रेक्चर कराया जाना था।

लेकिन सभी सरकारी नियमों को ताक पर रखकर वार्ड सदस्य के द्वारा स्ट्रेक्चर का निर्माण कराया गया है।  जहां समरसेबुल को स्ट्रेक्चर से लगभग  पैंतीस से चालीस फिट कि दूरी पर वार्ड चौदह में गड़ा गया है। वहीं स्ट्रेक्चर का निर्माण वार्ड तेरह में निजी मकान में सम्मिलित करते हुए कराया गया है।

बताते चलें कि उक्त योजना 14 लाख 97 हजार का है जिसका शिलान्यास वारिसनगर विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय विधायक अशोक कुमार मुन्ना के द्वारा वर्ष 2017 के दिसंबर महीने में कराया गया था। जिसका मुख्य उद्देश्य वार्ड संख्या- 13 के लगभग दो सौ से ढाई सौ घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाना था। लेकिन आज यहां यह योजना वार्ड सदस्य का निजीकरण होकर रह गया है।

जहां सिर्फ 135 घरों में ही नल लगाया है। वहीं इससे वंचित परिवार में अक्लू पासवान,विजेंद्र पासवान, विशो पासवान, टिसो पासवान,बिल्टू पासवान,लालो पासवान,राम बाबू पासवान,श्याम पासवान, मीणा देवी, सुनीता देवी, अमोलिया देवी,रामबृक्ष पासवान, जय वृक्ष पासवान, खखिंद्र पासवान, मोहन पासवान, मिथलेश पासवान,नितेश पासवान, सुखदेव पासवान, अक्षय पासवान, राम प्रकाश महतो, रामानंद कौशिक, पार्वती देवी आते है।

जिसको लेकर सैकड़ों ग्रामीणों का हस्ताक्षर युक्त एक लिखित आवेदन आवेदक के द्वारा प्रखंड विकाश पदाधिकारी खानपुर, अनुमंडलाधिकारी समस्तीपुर एवं जिलाधिकारी समस्तीपुर को देकर नलजल की जांच एवं दोसियों पर कारवाई करते हुए वंचित परिवारों के घर में अविलंब पानी का नल लगाने का मांग किया हैं। इस पेयजल की समस्या झेल रही महिला मीणा देवी ने बतायी कि हमलोग अभी भी नदी के पानी के सहारे सभी कार्य कर रहे हैं। वहीं पीने के पानी के लिए मंदिर स्थित चापाकल या दूसरे के चापाकलों पर निर्भर रहना पड़ता है।

सुनीता देवी भी जब कभी पानी का नल लगाने का मांग करती है तो उन्हें गाली गलोज कर वहां से भगा दिया जाता है। जब इसकी शिकायत मुखिया को ग्रामीणों के द्वारा किया जाता है तो मुखिया के द्वारा सिर्फ आश्वासन देकर ही उन्हें शांत करा दिया जाता है। आखिर कब तक जनता सरकार की योजना होते हुए भी पानी पीने को लेकर इधर से उधर भटकती रहेगी।

सरकार का इतना खर्च होने के बावजूद भी प्रत्येक घरों में पानी क्यों नहीं पहुंच सका है और पदाधिकारी इस ओर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं यह आज बहुत बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। पानी की समस्या झेल रहे बालेश्वर साह, ललित साह, रामभरोस पासवान, रामाकांत महतो, मनोज साह, राजकुमार, राज नारायण पासवान, धर्मेंद्र पासवान, महेश्वर पासवान सहित 105 लोगों ने अपना हस्ताक्षर युक्त आवेदन सौंपा है।

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