*चौधरी चरण सिंह जयंती के अवसर पर किसान गोष्ठी आयोजित। हर खबर पर पैनी नजर।*

रमेश शंकर झा

समस्तीपुर: जिले के नगर भवन में किसानों के मसीहा सह पूर्व प्रधानमंत्री स्मृति शेष चौधरी चरण सिंह जयंती के अवसर पर किसान गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राजद जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सहनी तथा संचालन राजद किसान सेल के जिलाध्यक्ष राजेश्वर महतो ने किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश राजद के प्रधान महासचिव सह विधायक आलोक कुमार मेहता ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाये गए तीनो कृषि कानून जनविरोधी व किसन विरोधी है। कृषि कानून देश के अन्नदाता के साथ धोखा व छलावा है। कृषि कानून को लेकर विधायक आलोक कुमार मेहता ने कहा कि APMC एक्ट का क्लॉज 18 और 19, कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट में दिक्कतें हैं, जो किसानों को किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान का आर्टिकल 19 देश के लोगों को अपनी आवाज उठाने का अधिकार देता है।

लेकिन कृषि कानून के यह एक्ट किसी भी तरह की कानूनी चुनौती देने से रोकते हैं। जनहित में इन कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए। अपने सम्बोधन के क्रम में राजद के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एवं देश के सबसे सम्मानित किसान नेताओं में अग्रणी, चौधरी चरण सिंह को उनकी जयंती के अवसर पर मैं स्मरण एवं नमन करता हूं। चौधरी साहब आजीवन किसानों की समस्याओं को आवाज देते रहे और उनके कल्याण के लिए काम करते रहे। देश उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा। राजद के प्रांतीय नेता अरविन्द सहनी ने कहा कि स्वर्गीय चौ० चरणसिंह बड़े बुद्धिमान्, विद्वान्, अर्थशास्त्रज्ञ, प्रवीण राजनीतिज्ञ, कुशल शासक, कर्मयोगी, निडर एवं ईमानदार, निपुण कार्यकर्त्ता, सिद्धान्तों के धनी, स्वाभिमानी, सत्य के पुजारी, भ्रष्टाचार व अन्याय के विरोधी, सच्चे गांधीवादी, भारतवर्ष के किसानों के वास्तविक नेता तथा मजदूरों व गरीबों के मसीहा, महान देशभक्त थे। वह अपने देश की भलाई में रुचि रखते थे और उनकी भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के प्रति श्रद्धा थी। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए युवा पूर्व विधान पार्षद रोमा भारती ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्मृति शेष चरण सिंह ने यह नारा दिया था- “देश की समृद्धि का रास्ता गांवों के खेतों एवं खलिहानों से होकर गुजरता है” और इस मार्मिक नारे को उन्होंने पूर्णतया सत्य साबित भी किया था।

चौधरी चरणसिंह भारत के उन जननायकों में से थे जिन्होने जिंदगी भर अन्याय, शोषण और अत्याचार के विरुद्ध तथा गरीबी व किसानों के हितों के लिए संघर्ष किया। वे निडरता व साहस के धनी तथा किसानों के हिमायती व प्रखर वक्ता थे। अपने सम्बोधन में युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष कारी सोहैब ने कहा कि सिम्पिल लिविंग और हाई थिंकिंग के साक्षात् अवतार, गृहमन्त्री एवं प्रधानमंत्री होते हुए भी अपने बंगले में भी एक कमरे में कालीन बिछाकर बैठते और सामने छोटी मेज रखकर लिखते थे। चौधरी साहब एक साधारण ग्रामीण की भांति खद्दर की धोती, कुर्ता, सिर पर गांधी टोपी और सादी जूती पहनते थे। कार्यक्रम के मौके पर प्रदेश राजद के प्रधान महासचिव सह विधायक आलोक कुमार मेहता, राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन, पूर्व विधान पार्षद रोमा भारती, राजद जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सहनी, राजद के प्रांतीय नेता अरविन्द सहनी, युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष कारी सोहैब, राजद के प्रदेश महासचिव फैजुर रहमान फैज, प्रदेश सचिव सह पूर्व प्रमुख जवाहर लाल राय, सदानंद झा , जिला उपाध्यक्ष मुनेश्वर सिंह , प्रांतीय नेता प्रेम प्रकाश शर्मा, जिला राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर , राजद किसान सेल के जिलाध्यक्ष राजेश्वर महतो, जिला महासचिव प्रोफेसर विजय कुमार यादव, तारकेश्वरनाथ गुप्ता, मोo अमरोज आदि मौजूद थे।

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