एसटीएस, एलटीएलएस का हुई मासिक समीक्षा बैठक
एएनएम स्कूल के सभागार में हुई बैठक में एसटीएस को दिए निर्देश
रमेश शंकर झा
मधुबनी:- जिले को यक्ष्मा मुक्त बनाने के लिए एएनएम स्कूल के सभागार में शनिवार को एनटीईपी (नेशनल ट्यूबक्यूलोसिस एलिमेशन कार्यक्रम) के अंतर्गत सीडीओ डॉ० आर०के० सिंह की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इसमें लैब टेक्निशियन, एसटीएस, एसटीएलएस सम्मिलित हुए। अध्यक्षता संचारी रोग एवं यक्ष्मा नियंत्रण के डॉ. आर. के सिंह ने की। बैठक में प्रत्येक पीएचसी को टीवी नोटिफिकेशन इंप्रूव करने के साथ प्रत्येक मरीज का एचआईवी जांच, डायबिटीज एवं कोविड-19 टेस्ट करने का निर्देश दिया गया। साथ ही बाहर से आए मरीजों को ट्रांसफर इन करने के लिए आवश्यक तकनीकी जानकारी दी गई। टीवी विभाग के एलटी को कोविड-19 के टेस्ट में सम्मिलित रहने के कारण टीवी का जांच प्रभावित हो रहा है। इस संबंध में कोविड-19 टेस्ट के साथ ही स्पुटम जांच भी करने का निर्देश दिया गया साथ ही जांच में तेजी लाने का आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। बैठक के दौरान जिला में टीबी मरीजों के खोजबीन के साथ ही उन्हें समय पर दवा उपलब्ध कराने को कहा गया।
टीवी मरीजों की पहचान होते ही गृह भ्रमण करें
सीडीओ डॉ० आर० के० सिंह ने कहा कि यक्ष्मा रोग एक जटिल रोग है। इसे जल्द से जल्द पहचान कर इलाज शुरु किया जाना चाहिए, ताकि दूसरों व्यक्तियों में यह संक्रमित बीमारी न पहुंचे। वहीं बैठक के दौरान सभी एसटीएस को यह भी निर्देश दिया कि यक्ष्मा रोग की पहचान होते ही एसटीएस उसके घर का भ्रमण जरूर करें। गृह भ्रमण के दौरान छह वर्ष तक की उम्र के बच्चों को जेएनएच की गोली देना सुनिश्चित करें। वहीं अगर गृह भ्रमण के दौरान उनके घर के किसी व्यक्ति में भी टीबी के लक्षण पाए जाते हैं तो शीघ्र ही उनके बलगम जांच की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
*एमडीआर-टीबी हो सकता है गंभीर, रहें सतर्क।*
एमडीआर-टीबी होने पर सामान्य टीबी की कई दवाएं एक साथ प्रतिरोधी हो जाती हैं। टीबी की दवाओं का सही से कोर्स नहीं करने एवं बिना चिकित्सक की सलाह पर टीबी की दवाएं खाने से ही सामान्यता एमडीआर-टीबी होने की संभावना बढ़ जाती है।
जिले में 1783 टीवी के मरीज। जिले में जनवरी 20 से नवंबर 20 तक कुल 1783 टीवी के मरीज है जिसमें 134 एमडीआर के मरीज हैं सभी मरीजों को दवा दिया जा रहा है। वहीं नवंबर माह में जिले में 185 टीवी मरीजों की खोज हुई है। ऐसे आवश्यक जांच के बाद दवा उपलब्ध कराया जा रहा है।
निक्षय पोषण योजना के तहत मिलते हैं 500 रुपये टीबी के मरीजों को उचित खुराक उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से निक्षय पोषण योजना चलायी गयी है। जिसमें टीबी के मरीजों को उचित पोषण के लिए 500 रुपये प्रत्येक महीने दिए जाते हैं। यह राशि उनके खाते में सीधे पहुंचती है। सरकार की मंशा है कि टीबी के मरीजों में 2025 तक 90 प्रतिशत की कमी लायी जा सके। ये भी शामिल हुए लैब टेक्निशियन, एसटीएस, एसटीएलएस भी मौजूद रहे।