रमेश शंकर झा
समस्तीपुर:- राज्य सरकार के द्वारा निर्गत आदेशनुसार पूरे बिहार में इस वर्ष खरीफ फसल क्षति-पूर्ति सहायता योजना के अंतर्गत बाढ़ और वर्षा से प्रभावित प्रखंड एवं पंचायतों की सूची जारी की गई। इस सूची में जिले के 20 प्रखंड में से 19 प्रखंड का नाम सहायता सूची में शामिल हैं, मात्र एक प्रखंड जितवारपुर (समस्तीपुर) प्रखंड कृषि पदाधिकारी व कर्मियों के शिथिलता के कारण शामिल नही हो सका। सूची में प्रखंड के नाम नही शामिल होने से प्रखंड के किसानों में काफी आक्रोश है। जितवारपुर कृषि कार्यालय के पदाधिकारियों व कर्मियों के द्वारा पूर्व में शिथिलता बरता गया था, जिसके कारण पूर्व में भी प्रखंड के किसान लाभ से वंचित हो गए थे।
वहीं जनप्रतिनिधियों के द्वारा पूर्व में ही कृषि कार्यालय के पदाधिकारियों को कह दिया गया था की किसानों के हित का खयाल रखें लेकिन प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने गंभीरता से नही लिया। जिस कारण आज प्रखंड के किसानों में काफी आक्रोश है।
आज गुरुवार को प्रखंड प्रमुख निलम देवी एवं उप प्रमुख राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में सभी पंचायत समिति सदस्यों व किसानों के साथ प्रखंड कृषि कार्यालय को तब तक ताला बंद रखने का निर्णय लिया गया जब तक उपयुक्त समस्या का समुचित समाधान नही किया जायेगा। इसके साथ ही वरीय पदाधिकारी से जितवारपुर (समस्तीपुर) प्रखंड को सूची में शामिल किया जाये साथ ही दोषी कर्मियों के ऊपर कार्यवाई की मांग किया। इस मौक पर दिलीप राय, बिरजू प्रसाद महतो, मो० अबुलेश, मो अजीम, राजीव कुमार गुड्डू, निखिल निराला , नंदन पासवान, इंद्रमणि राय, गुड्डू, उमाशंकर यादव, अमरजीत यादव, मदन पांडेय, रामभरोस पासवान, मो० रजा अहमद, पवन राय इत्यादि शामिल रहे।