विहान सिंह राजपूत
भागलपुर:- बीते वर्ष 2019 भागलपुर पुलिस के लिए मिला-जुला रहा। वहीँ एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि भागलपुर पुलिस ने इस साल सामुदायिक पुलिसिंग का बड़ा काम किया। इसके तहत गरीब परिवारों के उन मेधावी को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग दी गई जो पैसे के अभाव में निजी कोचिंग में नहीं जा पाए थे। पुलिस पाठशाला में पढ़कर पचास से ज्यादा प्रतियोगी बिहार लोक सेवा आयोग, बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग व दूसरी परीक्षाओं में सफल होकर नौकरी के लिए चुने गए है।
आलाधिकारियों ने दो दर्जन से ज्यादा अपने भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की। 18 इनामी व दुर्दांत बदमाशों को गिरफ्तार किया। आमजन की सुरक्षा में चलाए हेलमेट व वाहन चेकिंग अभियान के दौरान एक करोड़ रुपए से ज्यादा बतौर जुर्माना वसूला।
वहीं, बालू माफिया और अवैध शराब कारोबारियों पर शिकंजा थोड़ा ढीला रहा। दस हजार लीटर से ज्यादा शराब जब्त तो की। मगर पूरी तरह रोक पाना किसी के बूते के बाहर रहा। इस तरह बिता साल कई खट्टे-मीठे अनुभव दे गया।
एसएसपी ने बताया कि हत्या, लूट, अवैध हथियार बनाने के कारखाने, और शराब माफियों पर नकेल कसी गई। 8289 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। जिनमें चार हजार से ज्यादा जेल भेजे गए। 2876 जमानतीय और 5460 गैरजमानती और 1051 कुर्की वारंट तमिल किए। इसके अलावे 18 शातिर व इनामी को दबोचने में कामयाबी मिली, जिनमें पप्पू सिंह, ललन यादव, अजय मिश्रा, मो.अन्नू, कैलाश यादव, अमित मंडल, पप्पू मिश्र उर्फ धनंजय मिश्रा, रहमत कुरैशी, देवराज यादव, सुरेंद्र कुमार, सुनील शेखर, पवन शर्मा, रोहित कुमार साव बगैरह है।
एसएसपी भारती बताते है कि कई लूट कांड, धुरी यादव हत्या जैसे पेचीदा मामलों का खुलासा करने में सफलता मिली है। साथ ही 112 अवैध हथियार (अग्नेयास्त्र), 359 कारतूस, 45 खोखा, 4 बम, 188 वाहन, 247 मोटर साइकिल, 214 मोबाइल, ग्यारह लाख रुपए, तीन लैपटॉप व आभूषण बरामद किए गए।
एसएसपी के मुताबिक भागलपुर बिहार के अतिसंवेदनशील शहरों में से एक है। हरेक धर्म के त्योहारों को शांति से गुजार देना भी किसी बड़ी कामयाबी से कम नहीं। इस बीच लोकसभा व नाथनगर विधानसभा का उपचुनाव हुए। प्रधानमंत्री से लेकर सभी दलों के बड़े नेताओं की सभाएं हुई, जिसमें शांति बनाए रखने के लिए पुलिस ने अपनी ताकत झोंक दी।
यह ड्यूटी के अलावे पुलिसकर्मियों का समर्पण व टीम भावना का नतीजा है। फिर भी दागी और आरोपी पुलिस अधिकारियों को बख्शा नहीं गया। और निलंबन के अलावे विभागीय कार्रवाई चल रही है। बालू माफिया पर साल के अंतिम दिनों में कार्रवाई कर आधा दर्जन से ज्यादा अवैध बालू लदे ट्रेक्टर बरामद किए है। वही शराब की सात सौ से ज्यादा बोतल दो दिनों में बरामद की है। मगर इन पर पूरी तौर पर काबू नहीं पाया जा सका है।