बैनर पोस्टर के माध्यम से किया जाएगा जागरूक।
रमेश शंकर झा
मधुबनी:- अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस के अवसर पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर मधुमेह सप्ताह मनाया जाता है। प्रतिवर्ष 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है तथा 14 नवंबर से 21 नवंबर तक एक सप्ताह मनाया जाता है लेकिन इस बार स्वास्थ्य विभाग द्वारा मधुमेह सप्ताह नवंबर में ना मना कर दिसंबर में मनाया जा रहा है, क्योंकि दीपावली एवं छठ को लेकर शिविर में कम लोगों के आने की संभावना थी। इसको लेकर सिविल सर्जन ने पत्र जारी कर सभी अनुमंडलीय चिकित्सा पदाधिकारी तथा पीएचसी चिकित्सा प्रभारी को स्वास्थ्य संस्थानों पर मुफ्त जांच सह चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन करने का निर्देश दिया। वहीं जारी पत्र में बताया गया है कि जिले में 14 दिसंबर से 21 दिसंबर तक जिले के सभी स्वास्थ संस्थानों, सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर मुफ्त जांच सह चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर जिला स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई है।
इलाज के साथ-साथ बचाव के बारे में दी जाएगी जानकारी:-
जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर आयोजित जांच व चिकित्सकीय परामर्श शिविर में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर आदि की जांच कर आवश्यक औषधियों एवं बचाव से संबंधित उचित सलाह दी जाएगी। शिविर में उपस्थित सभी चिकित्सकों व कर्मियों को कोविड 19 मानकों का पालन कराते हुये अपने ड्रेस कोड में रहना होगा।
किया जाएगा प्रचार प्रसार:-
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ० एस०पी० सिंह ने बताया कि जिले में अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले शिविर के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए रैली, बैनर, पोस्टर, हैंडबील का वितरण एनसीडी कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही माइकिंग के माध्यम से भी लोगों को इसके बारे में जानकारी दी जाएगी। ताकि अधिक से अधिक लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधाएं पहुंचाई जा सके। इसको लेकर सभी कर्मी तत्परता से कार्य कर रहे हैं।
दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश:-
वहीं सिविल सर्जन ने बताया कि शिविर में पर्याप्त मात्रा में ईडीएल के अनुरूप मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप की दवाओं की उपलब्धता, जिलों के द्वारा सुनिश्चित कराई जाएगी। बीएमएसआईसीएल के द्वारा दवाओं को उपलब्ध नहीं कराए जाने की स्थिति में बिहार वित्तीय नियमावली के अनुरूप इन दवाओं को स्थानीय स्तर पर खरीद कर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि शिविर का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जाना और कार्यक्रम समापन के उपरांत इससे संबंधित प्रतिवेदन राज्य एनपीसीडीसीएस को शाम को ईमेल के माध्यम से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।