रमेश शंकर झा
पटना:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोविड-19 की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की। समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के बाहर फँसे जो भी प्रवासी मजदूर बिहार आने को इच्छुक हैं, उन सभी को बिहार लाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी मजदूर परेशान न हों, धैर्य रखें, सुरक्षित रहें। सरकार पूरी क्षमता से सभी इच्छुक प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द बिहार लाने के लिये सभी आवश्यक कदम उठा रही है।
प्रवासी मजदूरों के आने को लेकर मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देष देते हुये कहा कि केन्द्र सरकार को यह पत्र लिखा जाय कि रेल मंत्रालय टिकट बुकिंग हेतु ऐसा प्रोटोकाॅल बनाये कि बिहार आने के इच्छुक प्रवासी मजदूरों को उनके प्रस्थान की तिथि की अग्रिम जानकारी प्राप्त हो जाय ताकि उनमें निश्चिंतता का भाव पैदा हो सके। उन्होंने कहा कि इससे प्रवासी मजदूरों के मन में घर लौटने की बेचैनी अथवा किसी प्रकार की आशंका या आक्रोष उत्पन्न नहीं होगा।मुख्यमंत्री ने निर्देष दिया कि रोजगार के अवसर बढ़ाने को लेकर सभी विभाग गंभीरतापूर्वक कार्य करें ताकि प्रवासी मजदूरों के लिये ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक का प्रयोग कर इसके सघन अनुश्रवण की सुदृढ़ व्यवस्था विकसित करें। मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देष दिया कि सभी गरीब परिवारों के लिये नये राशन कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लायी जाय ताकि जरूरतमंदों को शीघ्र मदद की जा सके। नया राशन कार्ड बनाने को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका एवं शहरी क्षेत्रों में एन०यू०एल०एम के द्वारा किये गये सर्वे के आधार पर चिन्हित सुयोग्य लोगों को 1,000 रुपये की सहायता राशी के वितरण में और तेजी लायी जाय।
उन्होंने कहा कि राशन वितरण में अनियमितता की षिकायतों को गंभीरता से लेकर उसकी त्वरित जांच की जाय एवं दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 को लेकर सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा लोगों को जो राहत पहुॅचायी जा रही है, उसका डाटाबेस भी सुव्यवस्थित रूप से रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की गंभीरता को समझना होगा, लोग धैर्य बनाये रखें। सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करें, हमलोग सभी के हित में सोचते हैं। एक-एक व्यक्ति की चिन्ता करते हैं। सरकार द्वारा लोगों की हरसंभव मदद की जा रही है।