रमेश शंकर झा
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर:- कोरोना वायरस संक्रमण काल के विपरीत समय में जी जान लगाकर ड्यूटी कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों का जनवरी 2020 से जुलाई 2021 तक डीए बढ़ोत्तरी को रोक दिया गया है। इससे केंद्रीय कर्मचारियों में आक्रोश है।
वहीँ रेलवे ट्रेड यूनियन (ECRKU) नेता एस० के० निराला ने कहा है कि मौजूदा वक्त में सरकारी कर्मचारियों को आर्थिक रूप से मुश्किल में डालना गैरजरूरी है। सरकार का यह फैसला अमानवीय और असंवेदनशील है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में निजी कंपनियों में हाथ खड़े कर दिए लेकिन केंद्र कर्मी व रेल कर्मचारी दिन रात काम कर रहे है।
ऐसे लोगों को इनाम देने के बजाए भत्ते की कटौती की जा रही है। यदि यह फैसला नहीं बदला गया तो आंदोलन किया जाएगा। रेलवे ट्रेड यूनियन नेता ने इस फैसले को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण में केंद्रीय कर्मचारी, राज्य कर्मचारी और सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारी लगातार जुटे हुए हैं।
ऐसे कर्मचारी सम्मान और इनाम के योग्य है। दूसरी तरफ वेतन भत्तों में कटौती कर सरकार गलत निर्णय ले रही है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। इस आशय की जानकारी राकेश कुमार ठाकुर के द्वारा प्रेस को मिला।