डोर टू डोर स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ायें, जिलों की प्राथमिकता का निर्धारण करते हुये सभी जिलों में डोर टू डोर स्क्रीनिंग शुरू किया जाय।
एक संक्रमित व्यक्ति काफी लोगों को संक्रमित कर सकता है, बिहार में भी अधिकांश मामले इसी तरह के हैं, अतः इसके प्रति लोगों को जागरूक किया जाय।
रमेश शंकर झा
पटना:- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस से संक्रमण के कारण उत्पन्न वर्तमान स्थिति पर आज मुख्य सचिव एवं अन्य वरीय अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने पिछले 24 घंटे में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की स्थिति, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये उठाये जा रहे कदमों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमितों का पता लगाने के लिये पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर डोर टू डोर स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ायें। उन्होंने कहा कि जिलों की प्राथमिकता का निर्धारण करते हुये सभी जिलों में डोर टू डोर स्क्रीनिंग शुरू किया जाय ताकि प्रारंभिक अवस्था में ही उनके लक्षणों के आधार पर उन्हें चिन्हित कर समुचित चिकित्सा उपलब्ध करायी जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति की पूरी चेन और काॅन्टैक्ट्स तेजी से चिन्हित करते हुये तत्काल टेस्टिंग करायी जाय ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि इस काम में विलम्ब नहीं हो, मुख्य सचिव इसे सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि एक संक्रमित व्यक्ति काफी लोगों को संक्रमित कर सकता है। बिहार में भी अधिकांश मामले इसी तरह के हैं, अतः इसके प्रति लोगों को जागरूक किया जाय। समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि पल्स पोलियो की तर्ज पर हो रहे डोर टू डोर स्क्रीनिंग के क्रम में यदि लोगों में अन्य बीमारियों के भी लक्षण पाये जाते हैं तो अविलम्ब उनके इलाज की समुचित व्यवस्था की जाय।
इसके लिये अस्पतालों की ओ0पी0डी0 व्यवस्था को और सुदृढ़ किया जाय। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि हाॅटस्पाॅट एवं आसपास के क्षेत्रों को पूरी तरह सेनिटाइज करना सुनिश्चित किया जाय ताकि इसके संक्रमण को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि लोगों को भी अपने आसपास साफ-सफाई रखने के लिये प्रेरित किया जाय। लोगों को इस बीमारी की गंभीरता को समझना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग के अनुशासन को हर हाल में पालन करना होगा क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग ही इसका एकमात्र प्रभावी उपाय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित जिलों में डोर टू डोर स्क्रीनिंग से अब तक हुये सर्वे में जितनी जानकारी दी गई है उससे यह पता चलता है कि अन्य बीमारियों में भी काफी कमी आयी है। लोगों को यह समझना होगा कि लॉकडाउन का पालन करने से न सिर्फ कोरोना से बल्कि अन्य बीमारियों से भी वे सुरक्षित रह सकते हैं। कोरोना से डरना नहीं है बल्कि सचेत रहना है। लोगों को यह समझना होगा कि आप जहां हैं वहीं सुरक्षित हैं।