वन्दना झा
पटना:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के निर्देश पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क श्री अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार, सचिव स्वास्थ्य श्री लोकेश कुमार सिंह एवं आपदा प्रबंधन विभाग के नोडल पदाधिकारी श्री संजय सिंह ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों के साथ-साथ अद्यतन स्थिति पर मीडियाकर्मियों के साथ संवाद कर जानकारी दी। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमण के कारण उत्पन्न वर्तमान स्थिति पर मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा कर रहे हैं। मुख्य सचिव के स्तर पर भी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की भी नियमित बैठक हो रही है। समीक्षा के उपरांत वरीय पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं और सरकार के स्तर पर लिये गये निर्णयों को क्रियान्वित कराया जा रहा है। सरकार परिस्थिति पर पैनी नजर बनाये हुये है और सभी आवश्यक कदम उठा रही है।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 136 हुयी है।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि कोरोना संक्रमण की चेन टूटे, इसके लिये गहन ट्रेसिंग जरूरी है। काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम बहुत महत्वपूर्ण है। इस कार्य की गंभीरता को समझते हुये इसे तेजी से करें। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग कोरोना संक्रमण से घबरायें नहीं। धैर्य बनाये रखें। लाॅकडाउन का पूरी गंभीरता से पालन करें, लाॅकडाउन में पूरी तौर पर अनुशासन का पालन करेंगे तो कोरोना संक्रमण की चेन टूटेगी। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि लाॅकडाउन के महत्व को समझें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि पदाधिकारी संवेदनशीलता के साथ लोगों की समस्याओं पर गौर करें और उन्हें तत्काल मदद के लिये हरसंभव कोशिश करें।
सूचना जन सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री ने अपील की है कि पदाधिकारियों, कर्मियों, चिकित्सकों,
स्वास्थ्यकर्मियों तथा जो लोग भी कोरोना संक्रमण के बचाव कार्य में लगातार कार्य कर रहे हैं, उनके साथ दुर्व्यवहार न करें। उनका सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मी भी इसमें सहयोग करें और लोगों से वे भी इस बात के लिये अपील करें। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लोग अपनी ट्रेवल हिस्ट्री न छिपायें और किसी प्रकार का लक्षण अपने अंदर दिखता है तो जाॅच केन्द्र पर जाॅच करायें। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि लोगों को हर स्तर पर राहत देने के लिये कई कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा राहत केन्द्रों की संख्या बढ़ायी गयी है और अब इनकी संख्या 199 हो गयी है। पहले से अधिक संख्या में लोग आपदा राहत केन्द्र पर लाभान्वित हो रहे हैं और उनकी संख्या लगभग 62,617 हजार हो गयी है। क्वारंटाइन केन्द्रों की संख्या अब कम हो रही है क्योंकि जिनका क्वारंटाइन समय पूर्ण हो रहा है, वे लोग जा रहे हैं। अब स्कूल (पंचायत) स्तर पर 1,013 क्वारंटाइन केन्द्र कार्यरत हैं, जिसमें 8,611 लोग रह रहे हैं। इन सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि बिहार के लोग जो बाहर फॅसे हुये हैं, वे लोग मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग एवं बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में फोन कर अपनी समस्यायें बता रहे हैं। प्राप्त फोन पर अधिकारी रोजाना लोगों से फीडबैक प्राप्त कर रहे हैं और उसके आधार पर लोगों की समस्याओं का संबंधित राज्य सरकारों से तथा जिला प्रशासन से समन्वय कर समस्या का समाधान किया जा रहा है। अब तक 87,800 काॅल/मैसेज प्राप्त हुये हैं। उनसे फीडबैक लेकर उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। लाॅकडाउन के कारण बिहार के जो लोग बिहार के बाहर अन्य राज्यों में फॅसे हुये हैं, उन्हें प्रति व्यक्ति 1,000 रूपये की राशि मुख्यमंत्री विशेष सहायता के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से दी जा रही है। राज्य के बाहर लाॅकडाउन में फॅसे बिहार के मजदूरों एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के लिये सहायता राशि के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता अन्तर्गत 1,000 रूपये की दर से अब तक 12 लाख 12 हजार राज्य के बाहर रह रहे बिहार के लोगों के खाते में राशि अंतरित कर दी गयी है। अब तक 18 लाख 74 हजार से अधिक आवेदन प्राप्त हुये हैं, जरूरतमंदों के और आवेदन अभी प्राप्त हो रहे हैं। प्राप्त आवेदनों का शीघ्र निष्पादन कर राशि अंतरित करने की कार्रवाई की जा रही है। सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के सचिव श्री अनुपम कुमार ने बताया कि बिहार फाउण्डेशन के माध्यम से देश के 9 राज्यों के 12 शहरों में 55 राहत केन्द्र भी चलाये जा रहे हैं, जहाॅ पर लोगों को भोजन तथा राषन सामग्री भी दी जा रही है। अब तक 9 लाख 96 हजार 833 लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार लोगों की हरसंभव मदद कर रही है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 21 पाॅजिटिव मामले आये हैं और अब कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 136 हो गयी है। कोरोना संक्रमण से अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 42 लोग स्वस्थ हुये हैं। कोरोना संक्रमण से प्रभावित 16 जिलों में सीवान के 29, बेगूसराय के 9, मुॅगेर के 27, पटना के 16, गया के 5, गोपालगंज के 3, नवादा के 3, नालंदा के 29, सारण के 1, लखीसराय के 1, भागलपुर के 1, वैशाली के 1, बक्सर के 8, भोजपुर के 1, रोहतास के 1 एवं पूर्वी चम्पारण के 1 मामले हैं। पूर्वी चम्पारण का जो एक मामला आया है, वह उस जिले का निवासी है लेकिन वह बाहर से आया है और शिवहर अस्पताल में जाॅच के दौरान संक्रमित पाया गया है। अब तक कुल 12,978 सैंपल्स की जाॅच दी जा चुकी है। कोरोना की जाॅच के लिये छह लैब काम कर रही है और इससे जाॅच में तेजी आयी है। राज्य के तीन अस्पतालों- एन0एम0सी0एच0 पटना, ए0एन0एम0सी0एच0 गया, भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय को कोविड अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया है। राज्य के विभिन्न जिलों में 302 क्वारंटाइन सेंटर के रूप में चिन्हित किये गये हैं, जिसमें होटल सहित अन्य स्थल भी शामिल हैं। क्वारंटाइन केन्द्रों में 6,993 कमरे चिन्हित किये गये हैं। अब तक क्वारंटाइन केन्द्रों मंे आवासित लोगों की संख्या 748 है। पंचायत स्तर पर विद्यालयों में बनाये गये क्वारंटाइन सेंटर में चिकित्सकीय दल नियुक्त हैं और उनकी जाॅच की जा रही है। आइसोलेशन सेंटर में मरीजों की संख्या 92 है। कोरोना प्रभावित जिलों की डोर टू डोर स्क्रीनिंग करायी जा रही है। विदेश से बिहार में कोई भी व्यक्ति आया है, उस गाॅव का भी पूरा सर्वेक्षण कराया जा रहा है। अब तक निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कुल 59 लाख 26 हजार घरों का सर्वेक्षण कराया जा चुका है। उनमें से 2,074 लोगों में सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण पाये गये हैं लेकिन यह आवश्यक नहीं कि वे कोरोना संक्रमित हों। इनमें 1,600 लोगों का सैंपल लिया जा चुका है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि 18 मार्च तक विदेश से आये बिहार में 3,372 लोगों के आँकड़े प्राप्त हुये हैं, जिसमें से 2,317 लोगों की जाॅच करायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि लोगों में यदि कुछ लक्षण पाये जाते हैं जैसे सर्दी, खांसी, बुखार या उनका ट्रेवल हिस्ट्री हो, संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आये हों, जैसे कुछ बिन्दुओं को मानक मानते हुये एक प्रोटोकाॅल के तहत ही जाॅच के लिये सैंपलिंग की जाती है। हर जिला अस्पतालों एवं मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल में भी सैंपलिंग की व्यवस्था है। किसी व्यक्ति को बेवजह जाॅच कराने की आवश्यकता नहीं है।
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय श्री जितेन्द्र कुमार ने बताया कि लाॅकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। अब तक कुल 1,370 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है और 1,261 लोगों की गिरफ्तारियाॅ हुयी है। 35,728 वाहन जब्त किये गये हैं। अब तक इससे कुल 8 करोड़ 27 लाख रूपये की राषि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है। पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 42 एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी हैं और 77 लोगों की गिरफ्तारियाॅ हुयी हैं। 1,983 वाहन जब्त किये गये हैं और 46 लाख 22 हजार 400 रूपये जुर्माना वसूला गया है। कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदम और लाॅकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं।