बालमुकुंद कुमार
भागलपुर नवगछिया:- सैदपुर के स्वतंत्रता सेनानी दिनेश बाबू का निधन बुधवार की दोपहर को लंबी बीमारी के कारण उनके पैतृक आवास पर हो गया.उनके मौत की खबर मिलते ही उनके पार्थिव शरीर का दर्शन करने ग्रामीणों की भीड उमड पडी तथा गाँव में शोक ली लहर फैल गई.बताते चलें कि स्व दिनेश बाबू का जन्म सैदपुर के जमीनदार स्व संतलाल बाबू के घर 1924 ई में हुआ था .जमीनदार परिवार में जन्म लेने के बावजूद वे जीवन की आखिरी साँस तक गरीबों की लडाई लडते रहे.1942 में महात्मा गाँधी के भारत छोडों आन्दोलन के दौरान टीएनबी कॉलेजियेट स्कूल से दसवीं की पढाई छोड कर भारत माँ को आजाद कराने के संघर्ष में रम गये.परन्तु स्वतंत्रता प्राप्रि के बाद सरकार द्वारा स्वतंत्रता सेनानी पेंशन लेने से इन्कार कर दिया.जीवनपर्येन्त सामाजिक कार्यों व दबे कुचले लोगों की मदद में लगे रहे.
सैदपुर सहित आसपास के दर्जनों गाँवों को बाढ से बचाने हेतु 1979 ई में अपने निजी कोष से अभिया से लेकर बिंद टोली तक जमीनदारी बाँध का मरम्मत करवाया.तिनटंगा करारी -कहलगाँव फेरी जहाज घाट को लंबी कानूनी लडाई लडने के बाद पटना हाईकोर्ट से तिनटंगा करारी घाट को सरकारी घोषित करवा कर सरकार द्वारा डाक करवाने में सफलता हासिल किया.उक्त घाट कहलगाँव के सरयुग चौधरी को मुगल बादशाह से दान में मिला था.जिस कारण गंगा नदी पर सरयुग चौधरी का अधिकार था.वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड गये हैं.