*ममता व मानवता को शर्मसार करता अनुमंडलीय अस्पताल। हर खबर पर पैनी नजर।*

बिट्टू कुमार पटेल

भागलपुर/कहलगाँव:- ममता व मानवता को शर्मसार करता एक घटना, यह घटना अनुमंडलीय अस्पताल कहलगाँव कि है।आज दिनांक 27/02/2020 को पक्कीसराय निवासी सिंटू मंडल कि पत्नी खुसबू कुमारी के प्रसव के पश्चात नर्श ने बिना बताए नवजात को अस्पताल के सटे नहर मे फेक दिया जो ममता व मानवता को तार-तार करता है। बता दें कि अनुमंडल अस्पताल, कहलगाँव मे गरीब प्रसव पीड़ित से प्रसव से पूर्व दो हजार रुपैया अवैध वसुली की जाती है। इतना ही नहीं यह घटना कोई पहली घटना नहीं है, ऐसी अनेको घटना घट चुकी है। वहीं अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी व अनुमंडल पदाधिकारी मूकदर्शक बने हुए है।

जब कि इस अवैध बसूली कि जानकारी चिकित्सा पदाधिकारी को पूर्व में दी गई है। उसके बावजूद भी अब तक अवैध बसूली जारी है। इससे यह स्पष्ट होता है कि इस बसूली मे चिकित्सा पदाधिकारी लखन मुर्मुर भी शामिल है तभी तो जानकारी देने व समाचारपत्रों मे छपने के बाद भी वसूली कि जा रही है। यह अस्पताल जीवन दायक नहीं हत्यालय बन कर रह गया है। आपको बता दे कि आज से कुछ माह पूर्व घोघा,कोदवार कि एक प्रसव पीडिता प्रसव के लिए आयी थी उस जच्चा, बच्चा दोने कि जाने डाँक्टर व नर्श के लापरवाही ने ली, और मामले का लिपा-पोती चिकित्सा पदाधिकारी ने किया। आये दिन इस तरह की घटना अनुमंडल अस्पताल के लिए आमबात हो गई है। प्रसव पीडित का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।

वहीं घटना कि जानकारी मिलते ही गाँधी युवा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज यादव अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचा और पत्रकारों को फोन कर घटना की जानकारी दिया। बच्चे को नहर से उठा कर लाया तथा घटना की जानकारी अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल चिकित्सा पदाधिकारी व थानाध्यक्ष, कहलगाँव को दिया। किसी ने भी कोई जवाब देही नहीं लिया अन्त मे मंच के अध्यक्ष यादव पीडिता व अपने टीम के साथ थाना गया और थाना अध्यक्ष से आवेदन दिया तो गुमराह करने का काम किया। अन्त मे पीडित व मंच के अधिकारी थाने से उब कर वापस चला गया, वाह रे सुशासन…..?

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