संजीव मिश्रा
भागलपुर:- पुलवामा आतंकी हमले की पहली बरसी पर शुक्रवार को पूरे देश ने शहीदों को नम आंखों से याद किया गया। इस हमले में भागलपुर जिले के रतन ठाकुर भी शहीद हुए थे।
ज्ञात हो कि कश्मीर के पुलवामा में बीते साल 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के साल शुक्रवार को पूरे हुए। इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। उन जांबाजों में भागलपुर जिले के सन्हौल प्रखंड अंतर्गत रतनगंज के रहने वाले रतन ठाकुर भी शामिल थे, जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। शहीद के परिवार और गांव के लोगों को इसका मलाल है कि घोषणा के साल भर होने को आए लेकिन आज तक शहीद स्मारक नहीं बन पाया।
परिवार के लोगों ने बताया कि बेटे के शहीद होने के बाद राज्य सरकार और सीआरपीएफ ने जो वादे किए थे वे पूरे हो गए। उन्हें आर्थिक सहायता भी मिली है। हालांकि अब भी कई वादे अधूरे हैं। शहीद के पिता राम निरंजन ठाकुर ने झंझट टाइम्स के वरिष्ट पत्रकार संजीव मिश्रा को दूरभाष पर बताया कि किसी निजी संस्था ने रतन के बच्चों की अच्छी शिक्षा का वादा किया था जो अब तक पूरा नहीं हुआ। हालांकि कुछ सामाजिक संगठनों ने माउंट असीसी में बच्चे का दाखिला कराया। इससे वे खुश हैं। पुलवामा हमले पर सरकार की तरफ से जो जांच करवाई जा रही है उस पर थोड़ी नाराजगी जाहिर की। कहा अब तक हमले का कारण साफ नहीं हो पाया है। सरकार ने इस पर उन्हें कोई जानकारी नहीं दी है। उधर, शहीद रतन ठाकुर की पत्नी राजनंदनी कहती हैं सरकार ने जो वादे किए थे उसे पूरा किया। जो भी मुआवजा मिला ।
एक साल पहले गुरुवार के दिन शहीद रतन ठाकुर की पत्नी राजनंदनी के पास रतन का फोन आया था कि श्रीनगर जा रहा हूं। वहां पहुंचकर शाम को फोन करूंगा। लेकिन उनका फोन नहीं आया। घर में सभी बेटे के फोन का इंतजार कर ही रहे थे तभी सूचना आई कि रतन आतंकी हमले में शहीद हो गए। रतन घटना के तीन दिन पहले ही महाराष्ट्र से ट्रेनिंग लेकर जम्मू जा रहे थे। वर्ष 2011 में वे सीआरपीएफ में बहाल हुए थे।
14 फरवरी को शहीद रतन ठाकुर के सम्मान में जागृत युवा समिति सैंडिस कंपाउंड में एक समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम संयोजक रोहित पांडेय ने बताया कि इसी दिन पुलवामा में एक वर्ष पूर्व हुए आतंकी हमले में भागलपुर के रतन ठाकुर भी शहीद हो गए थे। उनकी शहादत को हमने निष्ठापूर्वक नमन किया। वही शहीद रतन ठाकुर के स्वजन को शुक्रवार को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।शुक्रवार को एक दीया शहीदों के नाम जलाए गए। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय विचारक एवं चिंतक नागेंद्र जी थे। साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक विजेंद्र जी का भी इस अवसर पर संबोधन हुआ। कार्यक्रम में पद्मश्री रामजी सिंह के अलावा कई संत भी मौजूद रहे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों भी समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा आम लोग और शहर के बुद्धिजीवी शामिल हुए। समिति के संयोजक प्यारे हिंद ने बताया कि इसके लिए शहर के विभिन्न विद्यालयों के सैकड़ों बच्चे अपने माता-पिता के साथ यहां शुक्रवार को पहुचे। साथ ही इस अवसर पर दिव्य वेशभूषा में दर्जनों बच्चे शामिल हुए । इस आयोजन में डॉ मथुरा दूबे, डॉ प्रीति शेखर, नीतीश, रोशन, अमित, दिनेश, प्रवीण, गोपाल कृष्ण झा, नीरज, आशुतोष तोमर, मंजीत सिंह, जीया गोस्वामी, श्वेता सिंह, संजय कुमार पासवान, अवनीकांत शर्मा, राजीव कुमार, समीर गुप्ता, महेश साह, भारत भारती, पारस शर्मा, शशि साह, आनंदराम ढांढनिया सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य अनंत कुमार सिन्हा मौजुद रहे। इस कार्यक्रम में शहर के कई निजी शिक्षण संस्थान और स्कूलों के संचालक भी लगे हुए हैं। विद्या भारती द्वारा संचालित सभी शिक्षण संस्थानों में इसकी व्यापक तैयारी पहले से ही की गई है। योगी राजीव मिश्रा ने बताया कि समारोह में वशिष्ठ योग फाउंडेशन के भी सदस्य मौजूद रहे। इस अवसर पर गायक रवि शंकर रवि माता-पिता और भारत माता को समर्पित गीत के अलावा कई देशभक्ति गीत, भजन, लोकगीत आदि की प्रस्तुति दी
उनके साथ तबला वादक प्रशांत चौबे रहेंगे। आकाशवाणी भागलपुर के वरीय उद्घघोषक डॉ विजय कुमार मिश्र पूरे समारोह का संचालन किया गया। वहीं, गीतकार राजकुमार भी कार्यक्रम के साक्षी बने । कार्यक्रम 14
वहीं 14 फरवरी को शहीद रतन को श्रद्धांजलि दिया।
14 फरवरी को सन्हौला प्रखंड के रतनगंज निवासी शहीद रतन ठाकुर को ग्रामीनो ने श्रद्धांजलि दिया। मध्य विद्यालय मदारगंज के प्रांगण में शहीद दिवस के रूप में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की की गई। प्रखंड के सनोखर गांव में भी शहीद रतन ठाकुर के शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि दी गयी। कैंडल मार्च शमन7 बजे निकाला गया।वही शहीद रतन ठाकुर के पैतृक आवास सनोखर में एक कार्यक्रम आयोजित कर परिवार सहित हजारों ग्रामीणों ने श्रंद्धांजलि अर्पित किया ,साथ ही सहीद रतन ठाकुर अमर रहे के नारे लगे । इस कार्यक्रम में निक्कू महतो, विपिन यादव, अंशु कुमार, प्रदीप, शिवांशु, ऋषिकेश, अर्जुन, कुमार सहित हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए। वही सबौर में भी शहीद रतन ठाकुर को श्रद्धांजलि दिया गया। कहलगांव, पीरपैंती सुल्तानगंज में भी भागलपुर के वीर जवान को श्रद्धापूर्वक श्रद्धांजलि दी गयी।