रमेश शंकर झा
समस्तीपुर:- नागरिकता कानून पर नीतीश सरकार का कभी हां कभी ना नहीं चलेगा। जदयू इस पर अपना रुख स्पष्ट करें। वहीँ नागरिकता कानून के पक्ष में जदयू के सांसद सदन में वोट करते हैं और बाहर में नीतीश ब्यान देते हैं कि एनआरसी क्या होता है।
दूसरी ओर सीएए, एनआरसी एवं एनपीआर के खिलाफ बोलने पर प्रशांत किशोर एवं पवन वर्मा को जदयू से हटा दिया जाता है। चित्त एवं पट दोनों नीतीश का नहीं चलेगा। उन्हें अपना रुख स्पष्ट करना होगा। अपने भाषण में बतौर सभाध्यक्ष राम विनोद पासवान ने उक्त बातें कहा। श्री पासवान गुरुवार को समाहरणालय के समक्ष नागरिकता कानून के खिलाफ जारी सत्याग्रह आंदोलन को संबोधित करते हुए कहा।
विदित हो कि नागरिकता कानून के खिलाफ समाहरणालय के समक्ष बस स्टैंड में संविधान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले गत 10 जनवरी से शुरू सत्याग्रह आंदोलन गुरुवार को 35 वें दिन भी जारी रहा। मौके पर आयोजित सभा की अध्यक्षता राम विनोद पासवान, खालिद अनवर एवं खुर्शीद खैर की तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडली ने की। संचालन नासरीन अंजुम एवं सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया। मो० रूबरू, पप्पू खान, मो० शहनवाज असगर, शाद अहमद, मो० नौशाद खान, मोहम्मद जावेद,
रंजीत कुमार, कमलेश राम, खुर्शीद आलम, आफताब अंसारी, मोहम्मद हुसैन अहमद, हसन अहमद, मोहम्मद गुफरान, सुनील कुमार, मोहम्मद मुस्तकीम, तौकीर अहमद, नौशाद अख्तर, तनवीर अख्तर, नसीम अब्दुल्ला आदि ने सभा को संबोधित करते हुए इस काला कानून को वापस लेने की केंद्र की मोदी सरकार से मांग की। सत्याग्रह स्थल को छात्र- नौजवानों ने भारत का मानचित्र, नागरिकता वृक्ष आदि बनाकर आकर्षक बनाने के कार्य में लगे हुए हैं।