धर्मेंद्र कुमार
समस्तीपुर:- जिले के विभूतिपुर प्रखंड में पशुपालक किसानों की माने तो यहां के रोजगार सेवको और अन्य कर्मचारियों की लापरवाही और मनमानी के कारण एक भी किसानों को पशु सैड योजना का लाभ अब तक नहीं मिल पाया है ।किसानों ने बताया कि कई बार आवेदन करने के बावजूद उनके मवेशियों के लिए सैड का लाभ नहीं दिया गया ।किसानों ने बताया कि रोजगार सेवकों के द्वारा विभिन्न तरह का कागजात देने को कहा गया, कागजात देने के बावजूद भी इस पर उन कर्मचारियों के द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया। जिससे किसानों को मवेशी के रखरखाव में असुविधा हो रही है ।सरकार के योजना अंतर्गत अगर विभागीय कर्मी सुचारू रूप से काम करते तो शायद किसानों के मवेशी के लिए सैड का कार्य अब तक पूर्ण हो जाता लेकिन विडंबना है कि विभागीय कर्मियों के द्वारा कार्य पर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है ।प्रखंड के किसी भी पंचायत में एक भी पशु शेड अब तक नहीं बनवाया गया। कर्मचारियों की मंशा जो भी हो लेकिन उनके गलत मंशा के कारण पशुपालक किसानों को सरकार की इस उपयोगी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है ,कई गांव ऐसा देखा गया जहां के पशुपालक किसानों को पशु सैड की अति आवश्यकता है। जब उन लोगों से पूछा गया तो वे लोग बताएं कि सरकार की योजना कागज पर ही है पटल पर कुछ नहीं ।पहल करने के बावजूद कार्य नहीं हो पा रहा है ,तो बार-बार प्रखंड मे चक्कर हम किसान लोग कैसे लगाएं ।प्रखंड के विभूतिपुर उत्तर और आलमपुर कोदरिया ,महथी उ० ,महथी उत्तर, सिंघिया बुजुर्ग दक्षिण एवं उत्तर सहित अन्य पंचायतों के किसानों ने बताया कि पशु सैड के लिए कई बार रोजगार सेवक से बात किया लेकिन उनके द्वारा बस यही कहा गया कि यह कागज वह कागज अब हो जाएगी तब हो जाएगी लेकिन पटल पर कोई कार्य ही नहीं हो पाया। किसानों ने बताया कि जब रोजगार सेवक से मिले तो उनके द्वारा दो-तीन पन्ना का फॉर्म दिया गया और जब जमा करने की बारी आई तो उनका कोई पता ही नही । जब भी कोई किसान हित में योजना सरकार लाती है तो उनका सरकारी कर्मी बीच में लापरवाही ,मनमानी कर देते हैं जिस कारण से उसका लाभ किसानों को नहीं मिल पाती है यह बड़ी दुर्भाग्य की बात है, और वरीय पदाधिकारी भी इस पर ध्यान नहीं देते हैं।