वन्दना झा
समस्तीपुर:- शहर के राम निरीक्षण आत्माराम महाविद्यालय पिछले 50 वर्षों में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देकर समस्तीपुर जिले में लोकप्रिय महाविद्यालय के रूप में स्थान प्राप्त किया है। यह जानकारी आज प्रेस वार्ता कर प्रेस को प्राचार्य डॉ० भोला प्रसाद चौरसिय ने एक सम्मेलन में पत्रकारों को बताया। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में विश्वविद्यालय और सरकार के द्वारा शिक्षकों की कमी को दूर कर दिया गया है।
जिस कारण करीबन 20% से अधिक छात्रों की उपस्थिति की बढ़ोतरी हुई है। डॉ० चौरसिय ने यह भी कहा कि दिन दूनी रात चौगुनी छात्रों के हित में कई महत्वपूर्ण योजना बनाई गई है। वहीँ समस्तीपुर रेलवे स्टेशन से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी दक्षिण शहर एवं देहाती क्षेत्र के संगम स्थल पर अवस्थित महाविद्यालय का प्रांगण पांच खंडों में निर्मित भवन जिनमें सतत जलापूर्ति, प्रकाश एवं शौचालय की समुचित व्यवस्था है, से सुसज्जित है। महाविद्यालय के दो मंजिली भावनाओं में बड़े-बड़े व्याख्यान कक्ष, पुस्तकालय एवं विभिन्न विषयों में सक्षम प्रयोगशाला भी उपलब्ध है।
महाविद्यालय के प्रांगण में सौर ऊर्जा से संचालित प्रकाश युक्त है। इस महाविद्यालय में खेल के मैदान एवं परिसर में विभिन्न स्थानों पर अनेकों प्रकार के पेड़ पौधे शोभा विराजमान है। डॉ० चौरसिया ने कहां के बिहार सरकार के सौजन्य से महाविद्यालय में वाई फाई की उपलब्ध कराई गई है। महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों का नियंत्रण आयोजन करता रहा है। पूर्व के प्रधानाचार्य के प्रयास एवं वर्तमान प्राचार्य डॉ० भोला चौरसिया के कुशल मार्गदर्शन में सुसज्जित सेमिनार हॉल, मॉडर्न क्लासरूम, कंप्यूटर लैब और प्रशासनिक भवन का निर्माण हुआ है।
इन भवनों का उद्घाटन ललित मिथिला विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति डॉक्टर एस के सिंह के कर कमलो से संपन्न हुआ है। आगे उन्होंने कहां की महाविद्यालय के स्वर्ण जयंती के अवसर पर एक मुख्य द्वार का निर्माण भी कराया गया है। डॉ० चौरसिय ने कहां कि दो हजार अट्ठारह उन्नीस के दौरान इंटर महाविद्यालय कबड्डी (पुरूष) प्रतियोगिता का आयोजन भी की गई, जिसमें 2 छात्रों का चयन विश्वविद्यालय टीम के लिए किया गया।
श्री चौरसिय के नेतृत्व में ना केवल शिक्षा दीक्षा के गुणात्मक सुधार भी नहीं हुआ बल्कि खेल कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में भी नई गति प्रदान हुई है। इसी कड़ी में 16 से 18 दिसंबर 19 के दौरान वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया। वहीँ महाविद्यालय परिसर में खेलों की व्यवस्था मैदान बनाया गया, 200 मीटर का रनिंग ट्रैक, क्रिकेट, फुटबॉल और वॉलीबॉल जैसे इंटरनल खेल इसमें शामिल है।
राम निरीक्षण आत्माराम महाविद्यालय भारत सरकार के उन्नत भारत अभियान कोकिलावन करने वाला ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का एकमात्र महाविद्यालय एवं बिहार के 5 महाविद्यालयों में से एक है। इस अभियान के तहत महाविद्यालय हाँसा पंचायत के 5 गांव यथ- नागर बस्ती, महाराजगंज, नूरगंज एवं डैनी मन को गोद लेकर इसके विकास के लिए सतत प्रयत्नशील है।
उन्नत भारत अभियान के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर डॉ० सुरेंद्र प्रसाद समय-समय पर इन गांव में ग्राम सभा की बैठक कर गांवों को प्लास्टिक मुक्त, वर्षा जल संचयन एवं महिला स्वयं सहायता समूह का गठन कर विकास के लिए मार्गदर्शन दे रहे हैं। हाँसा पंचायत के विद्यालयों में विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन कर गांव के द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार देकर उत्साहित किया गया। डॉ० चौरसिया के प्रयास से महाविद्यालय का चतुर्मुखी विकास किया गया है।
महाविद्यालय में स्ववितपोषी रोजगार की संभावनाओं से परिपूर्ण कोर्स पुणे गति पकड़ रहे हैं। इनमें लैंड सर्वे, वूमेन डेवलपमेंट एवं बायोटेक्नोलॉजी टेक्निक जैसे कई महत्वपूर्ण कोर्स शामिल किया गया है। महाविद्यालय विश्वविद्यालय से बी० ए० गणित में ऑनर्स के लिए विश्वविद्यालय से अनुरोध किया गया है छात्रों के हित को देखते हुए। महाविद्यालय अध्ययन अध्यापक की सुदृढ़ परंपराओं का निर्वाहन करते हुए लगातार विकास की संभावनाओं को समेटते हुए प्रगति पथ पर अग्रसर है।