मधुबनी:- आखिरकार वह समय आ ही गया जब लाखों लोगों की सतर्कता व भागीदारी से समय से पूर्व ही देश भर में 100 करोड़ से अधिक लोगों के टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा कर लिया गया। इस जादुई आंकड़े को छूने के बाद करोना को हराने के लिए एक जज्बा जाग उठा है। विश्वास है इसी तरह आगे बढ़ते रहे तो सभी लोगों को प्रतिरक्षित कर दिया जाएगा। विदित हो कि 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू की गई थी और 9 माह में ही 100 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर दिया गया।
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया यह दौर काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। शुरुआती दिनों में कई तरह की भ्रांतियां लोगों के बीच रही। जिसे दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ सहयोगी संस्थाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और धार्मिक गुरुओं के साथ बैठक कर लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया। साथ ही टीकाकरण की रफ्तार को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में टीके वाली नाव से लोगों के घर घर पहुंच लोगों को टीकाकरण किया गया। वहीं दिव्यांग तथा गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों के लिए टीका एक्सप्रेस के माध्यम से लोगों को घर पर ही टीका मुहैया करायी गयी। अब स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आशा कार्यकर्ता के माध्यम से घर-घर टीकाकरण से वंचित लोगों का सर्वे कराया जा रहा है ताकि छूटे हुए टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। सिविल सर्जन ने बताया यह जिले के लिए गर्व की बात है जिले में अब तक 19 लाख से अधिक लोगों का प्रथम डोज का टीकाकरण कर दिया गया है वहीं 5 लाख से अधिक लोगों ने दूसरे डोज का टीका ले लिया है। गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग जिला सहित सभी प्रखंड के 9 टू 9 टीकाकरण केंद्रों पर दीपोत्सव मनाया गया।
टीकाकरण में सिविल सर्जन ने निभाई प्रमुख जिम्मेदारी:
महामारी के उस दौर में जब लोग कोविड का टीका लेने से कतरा रहे थे तब सिविल सर्जन ने खुद जागरूकता की कमान संभाल रखी थी। सिविल सर्जन तथा केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी के द्वारा विशेष समुदाय के साथ बैठक कर टीकाकरण के प्रति जागरूक किया गया। इसके साथ हीं भ्रांतियों को दूर करने के लिए कम्युनिकेशन टास्क फोर्स का भी गठन किया गया था। सभी सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। तब जाकर लोगों में टीकाकरण प्रति जागरूकता बढ़ी और आज यह उपलब्धि हासिल हुई है।
सहयोगी संस्थाओं ने भी किया सहयोग:
अभियान की सफलता में स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन के साथ-साथ कि केयर इंडिया, यूनिसेफ, पाथ, डब्ल्यूएचओ, सिफार, चिकित्सक, नर्स, आशा, आंगनबाड़ी, जीविका, शिक्षा विभाग, जनप्रतिनिधि और सहयोगी संस्थाओं का भी योगदान काफी महत्वपूर्ण रहा।
स्वास्थ विभाग की बेहतर रणनीति कारगर:
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया स्वास्थ विभाग ने रणनीति के तहत लोगों का टीकाकरण किया जिसमें पहले स्वास्थकर्मी, फिर फ्रंट लाइन वर्कर तथा 60 वर्ष के ऊपर के लोगों का टीका किया गया। साथ ही अभियान की सफलता में जिले में 9 टू 9 टीकाकरण, टीका एक्सप्रेस, विशेष टीकाकरण अभियान, महिलाओं के लिए विशेष पिंक बूथ व्यवस्था, दिव्यांगों के लिए ड्राइव थ्रू कॉर्नर, सेकेंड डोज के लिए अलग से टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी। इसके साथ हीं पोलिया अभियान की तर्ज पर डोर-टू-डोर टीकाकरण अभियान भी चलाया गया।
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