*जिले में 4.91 लाख परिवार का बनेगा आयुष्मान कार्ड, हर खबर पर पैनी नजर।* इंडिया पब्लिक न्यूज…

वन्दना झा,

मधुबनी:- आयुष्मान भारत योजना/डी०ई०सी० से संबंधित बैठक जिला पदाधिकारी के कार्यालय प्रकोष्ठ में सम्पन्न हुई। इस बैठक में निजी अस्पतालों से सूचीबद्ध करने संबंधित आवेदन को स्वीकृत/अस्वीकृत कर राज्य कार्यालय को भेजने पर निर्णय लिया गया।

बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी अमित कुमार  ने निर्देश दिया कि आयुष्मान भारत कार्ड सभी ग्राम पंचायतों में क्रियाशील लोक सेवा केन्द्र (आर०टी०पी०एस०)/वसुधा केन्द्र (सी०एस०सी०) एवं यूटीआईआईटीएसएल (UTIITSL) नाम की संस्था के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों का बनाया जाए।

बैठक में जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया की सेविका, सहायिका एवं जीविका दीदी आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें। विदित हो कि गोल्डन कार्ड से 5 लाख तक का निःशुल्क इलाज प्रति वर्ष प्रति  लाभार्थी परिवार को दिया जाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।

यदि उन्हें इस योजना के लाभ से भलीभाँति अवगत करा दिया जाए, तो काफी संख्या में लोग लाभान्वित होंगे। सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है- जिलाधिकारी ने कहा कि यह केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना है। इसे सफल बनाने में सभी की सहभागिता अनिवार्य है। खासकर पंचायती राज के प्रतिनिधियों की इसमें अहम भूमिका है। बैठक में जिला पदाधिकारी ने बताया पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।

*पात्र लाभार्थियों का बनता है गोल्डन कार्ड:*
केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। इसमें सोशल इकनॉमिक कॉस्ट सेंसेज 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था। बीओसीडब्ल्यू के पंजीकृत मजदूरों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है। आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया कि जिले भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी अस्पताल सहित 5 प्राइवेट अस्पताल पंजीकृत हैं। इसमें लाभार्थी को लाभ लेने व गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जिलांतर्गत, मधुबनी मेडिकल कॉलेज, क्रिब्स हॉस्पिटल, हरसन हॉस्पिटल, मां उग्रतारा नेत्रालय एवं आस्था सर्जिकल अस्पताल  सूचीबद्ध है एवं सभी सरकारी अस्पतालों में भी योजना का लाभ दिया जा रहा है। साथ ही योग्य निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया भी की  जा रही है।


*जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार का बनेगा आयुष्मान कार्ड:*
आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया कि जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार को आयुष्मान कार्ड मिलना है। जिसमें 23 लाख 70 हजार 685 सदस्य हैं। 1 लाख 14 हजार 938 परिवार को गोल्डन कार्ड बनाया गया है, जिसमें 2 लाख 33 हजार 495 सदस्य को कार्ड मिल चुका है। जिले में अब तक 9,732 मरीज का आयुष्मान योजना के तहत इलाज किया गया है। जिसमें 7,142 मरीज का जिले में ही सूचीबद्ध सरकारी व निजी अस्पताल में इलाज किया गया है। इस समीक्षा बैठक के दौरान सिविल सर्जन, मधुबनी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा पदाधिकारी, मधुबनी, जिला कार्यक्रम समन्वयक, आयुष्मान भारत एवं जिला आई०टी० प्रबंधक इत्यादि उपस्थित थे।

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