*पत्रकार मनीष कुमार सिंह के हत्यारों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करे सरकार:- विनोद पांडेय, हर खबर पर पैनी नजर।* इंडिया पब्लिक न्यूज…

वंदना झा,

पूर्वी चंपारण/मोतिहारी:- बीते 7 अगस्त की रात्रि में हरसिद्धि थाना क्षेत्र के मठलोहियार चौक से अपहृत पत्रकार मनीष कुमार सिंह का शव 10 अगस्त दिन मंगलवार को मठलोहियार से बरामद किया गया। पत्रकार मनीष का शव हत्या कर फेका गया था। ग्रामीणों ने जूता देखकर पुलिस को दी थी सूचना। शनिवार की रात से लापता थे मनीष। अपने दो अन्य साथियो के साथ मठलोहियार मे रात 8:42 बजे तक देखे गए थे मनीष। मनीष के दोनों साथी से पुलिस हिरासत में लेकर  पूछताछ कर रही है।

पत्रकार मनीष के पिता के आवेदन पर पकड़े गए दोनों साथी के अलावे कई अन्य को आरोपित किया गया है। मनीष की गला रेतकर की गई है हत्या फिर शव को पानी में फेका गया। हरसिद्धि व पहाड़पुर पुलिस हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है। यह घटना बहुत ही दुखद और असहनीय है। आए दिन पत्रकारों पर हो रही अत्याचार, अपहरण, हत्या प्रशासन की लापरवाही साफ झलकती दिख रही है। जब देश के चौथे स्तंभ पर इस तरह से घात होता रहेगा तो देश एक दिन ध्वस्त हो जाएगा। वहीं सरकार और प्रशासन से मांग है कि इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द कठोर और कड़ी कार्रवाई पत्रकार मनीष कुमार सिंह के हत्यारों से करें।

वहीं पत्रकार साथियों का एकजुटता का परिचय देते हुए अखंड पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन (अपवा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शील गहलौत प्रदेश अध्यक्ष विनोद पांडेय से इस घटना की जानकारी लगातार ले रहे है। मृतक पत्रकार मनीष कुमार सिंह के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात कही।

अखंड पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन (अपवा) बिहार प्रदेश अध्यक्ष विनोद पांडेय ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक पूर्वी चंपारण को पत्र लिख कर अवगत कराया। श्री पांडेय ने पत्रकार मनीष कुमार सिंह का शव मिलना प्रशासन की लापरवाही का बहुत बड़ा साक्ष्य बताया हैं। श्री पांडेय ने मृतक पत्रकार मनीष कुमार सिंह के परिजन को 25 लाख रु० की मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, परिजनों की सुरक्षा एवं सभी पत्रकार को सुरक्षा देने की माग सरकार से की हैं।

वहीं समस्तीपुर अखंड पत्रकार वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमेश शंकर झा सहित अन्य साथियों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है की मृतक पत्रकार के परिजनो को 25 लाख रु० की मुआवजा और सभी पत्रकार की सुरक्षा की गारंटी के साथ उचित कार्रवाई करने की मांग की।

उन्होंने कहा कि अपवा पत्रकारों की हर समस्या को लेकर अपनी आवाज बुलंद करता रहा है और करता रहेगा। जानकारी मिलते ही अपवा के सदस्य एक्शन शुरू कर दिया था और उनके परिवार के साथ है। जब तक मनीष के हत्यारे की गिरफ्तारी नही होती है तब तक अपवा के सभी साथी सरकार के खिलाफ बगावत करते रहेगें।

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