ANS/IPN DESK,
पटना:- सोशल मीडिया की ताकत कितनी बड़ी होती है इसका अंदाजा नहीं लगा सकते है, एक छोटे बच्चे आयांश को बचाने के लिए पूरे बिहार में कई स्तरों पर सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया जा रहा है। जिसमें मेंस्ट्रीम मीडिया के साथ ही साथ डिजिटल न्यूज़ चैनल के प्रबुद्ध लोग इस बच्चे को बचाने के लिए 16 करोड़ रु० जुटाने में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के भतीजे वाईपीएल के संयोजक युवराज सुधीर सिंह भी मदद के लिए आगे आए है।
वहीं युवराज सुधीर सिंह ने बताया कि एक छोटी सी राशि उनके तरफ से भी पीड़ित परिवार को भेजी गई है। वह अपने स्तर से इस बच्चे को बचाने के लिए जो कुछ भी संभव होगा, करने को तैयार है। उनके समर्थक भी सोशल मीडिया पर कैंपेन चला रहे हैं। आने वाले दिनों में फिर वे उस बच्चे की मदद करेंगे। युवराज सुधीर सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर इस तरह के सोशल कार्यों को उनके तरफ से भरपूर समर्थन है, जात, पात, धर्म से ऊपर उठकर बिहार के इस बच्चे को बचाने के लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए।
छोटा-छोटा अंशदान भी आयांश के लिए संजीवनी का काम करेगा। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को भी एक बड़ी पहल करते हुए इस बच्चे को बचाने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल और बाढ़ में जितना कुछ संभव हो सका तरैया और छपरा जिले के जितने भी प्रभावित लोग उनके संपर्क में थे सबकी उन्होंने मदद की, मधुबनी हत्याकांड में भी उनसे जो कुछ संभव हो पाया उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद की।
उन्होंने कहा कि मदद ढिंढोरा पीट कर नहीं किया जाता हैं, जो लोग 10 रु० भी इस पुनीत कार्य के लिए दे रहे हैं वे लोग भी उतने ही आदरणीय है जितना कोई 10 लाख रु० दे रहा है, बूंद बूंद घड़ा भरता है एक अभियान आंदोलन बनता है। एक छोटे बच्चे को बचाने के लिए जितने भी संगठन व लोग लगे हुए हैं सभी बधाई के पात्र हैं।
युवराज सुधीर सिंह की टीम के सदस्य डॉ० जितेन्द्र सिंह,रबिन्द्र सिंह, संतोष रॉय, पूर्व प्रमुख राजकुमार रॉय, रोहित कुमार सिंह, राणाप्रताप सिंह, जिला पार्षद प्रितिनिधि बिजेंद्र सिंह, राहुल सिंह पैक्स, सलेंद्र सिंह ऊर्फ लोटा सिंह, चुनु सिंह, रणबीर सिंह, टिंकू सिंह, विनय पाठक, वरिष्ठ पत्रकार अनूप नारायण सिंह ने आज उनके निर्देश पर अयांश के परिजनों से मुलाकात कर उनके द्वारा भेजी गई राशि प्रदान किया तथा भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी मदद की जाएगी। खुद युवराज सुधीर सिंह ने लाइव आकर आयांश के माता-पिता से बातचीत की तथा अपने समर्थकों से भी ज्यादा से ज्यादा मदद की अपील की।
सर्व विदित हो कि पटना के दानापुर विधानसभा स्थित रूपसपुर निवासी अयांश सिंह दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर ऐट्रोफी (SMA) टाइप-1 से जंग लड़ रहा है। मात्र 10 महीने का अयांश इस दुर्लभ बीमारी की गिरफ्त में आनेवाला देश का तीसरा और बिहार का पहला मरीज है। इस बीमारी में शरीर के सारे अंग धीरे धीरे काम करना बंद कर देते हैं और अंत में मरीज की…. राहत की बात यह है कि इस बीमारी का इलाज है। वहीं (जोल्जिनम) Zolgensma इंजेक्शन हीं इस बीमारी का एकमात्र इलाज है, परंतु इस इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ रुपए है।
सिर्फ अमेरिका में बननेवाले इस इंजेक्शन के उपयोग से भारत में इस बीमारी से ग्रसित हुए 2 मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज हो चुका है। यह लाइलाज बीमारी नहीं है परंतु इतनी बड़ी रकम जमा कर पाना अयांश के परिजनों के लिए सम्भव नहीं है। ऐसे में सोशल मीडिया पर कैंपेन चला कर क्राउडफंडिंग के माध्यम से राशि एकत्रित की जा रही है।