वंदना झा,
समस्तीपुर:- जिले में कोविड-१९ टीकाकरण के प्रति जागरूकता फैलाने को लेकर सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। वहीं विभाग के द्वारा लगातार सकारात्मक कदम उठाये जा रहे हैं। कोविड-१९ टीकाकरण के प्रति अभी गांव व ग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी दिख रही है। ऐसे में विभाग ने अहम निर्णय लिया है। अब एनसीसी कैडेट के सहयोग से कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश के आलोक में राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ० नरेंद्र कुमार सिन्हा ने पत्र जारी कर सभी सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है।
जारी पत्र में कहा गया है कि टीका उत्सव भारत सरकार की एक पहल है जो देश के सभी नागरिकों को कोरोना के खिलाफ टीकाकरण करने का इरादा है। हालांकि कैडेटस से तथा आम जनता से मिली जानकारी के मुताबिक गाँव तथा दूर दराज के इलाकों में इस मामले में कुछ भ्रांतियाँ तथा जागरूकता की कमी है, जिसकी वजह से इन इलाकों की जनसंख्या टीकाकरण के प्रति उदासीन है। सरकार के साथ एनसीसी कैडेटो ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जारी पत्र में कहा गया है कि एनसीसी कैडेटस ने हमेशा आगे आकर सरकार के साथ मिलकर कोरोना की लड़ाई लड़ी है। जनता में जागरूकता पैदा करना तथा भ्रांतियों को दूर करने जैसा काम एनसीसी कैडेट ढंग से कर सकते हैं । बिहार में तकरीबन 60,000 एन०सी०सी० कैडेटस हैं इसलिए यह पुरजोर सिफारिश की जाती है कि बिहार सरकार इस साधन का जनता की भलाई के लिए प्रयोग कर सकती है। सम्बन्धित विभाग के साथ मुलाकात करके एक योजना तैयार की जाए ताकि सब मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ सकें।
*टीकाकरण अभियान में सामूहिक प्रयास की आवश्यकता:-*
सर्जन डॉक्टर सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने कहा कि वैश्विक महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प है। लेकिन समाज में कुछ भ्रांतियां फैलने से चंद लोग अब भी टीकाककरण कराने से कतरा रहे हैं। कोरोना महामारी से बचने के लिए टीकाकरण कराना बहुत जरूरी है। वैक्सीनेशन के कार्य में सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। यह मानव जीवन की सुरक्षा कवच है। किसी प्रकार की अफवाहों के फेर में नहीं पड़ें। टीका पूरी तरह सुरक्षित है। इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। अपने मन में किसी प्रकार की भ्रांतियां नहीं पालें। कोरोना महामारी से सुरक्षा के लिए शत-प्रतिशत लोगों का टीकाकरण अति आवश्यक है।