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मधुबनी:- राज्य सरकार द्वारा 6 करोड़ वयस्कों को 6 माह में कोविड टीका लगाने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जिले के शहरी क्षेत्र मेगा कैम्प के पांचवें दिन भी 18 प्लस के लोगों को कोविड टीका लगाया गया। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ० एस०के० विश्वकर्मा ने बताया बुधवार को 20 सत्र स्थलों पर टीकाकरण किया गया। जिसमें 15 सत्र स्थल पर आरबीएसके के टीका वाहनों के द्वारा 3 फिक्स सत्र स्थल तथा दो अन्य अर्बन क्षेत्रों में टीकाकरण सत्र स्थल बनाया गया।
*संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन ही एक बड़ा हथियार:- डीआईओ:*
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने कहा कोविड 19 से बचाव के लिए लगाई जा रही वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग सभी लोगों की स्वास्थ्य की सुरक्षा को पूरी तरह से जागरूक है तथा लगातार प्रयासरत है इस बीमारी से हमारा बचाव हो सके। इस कार्य के लिए वैक्सीनेशन एक बड़ा हथियार है। अत: मेरा सभी लोगों से अनुरोध है कि वैक्सीनेशन जरूर करवायें। इस तरह न केवल आप कोविड संक्रमण से स्वयं का बचाव कर सकते हैं बल्कि अपने परिजनों, मित्रों तथा मिलने-जुलने वालों एवं आस-पास के सभी लोगों को कोविड से बचाने के लिये अपना उत्तरदायित्व निभाते हैं। जब आप स्वयं संक्रमित नहीं होंगे तो आपके परिवार में छोटे बच्चे, अन्य परिजन तथा आपके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों तक कोविड संकमण आपके द्वारा संचारित नहीं होगा।
*घटती पाबंदियों के साथ कोरोना नियमों के पालन में लापरवाही न करें:-*
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने कहा राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा -समय पर कोविड-19 की दूसरी लहर की रोक-थाम के लिए लगाई गयी पाबंदियों में जैसे-जैसे कमी की जा रही है, वैसे-वैसे लोग कोरोना नियमों के पालन करने के प्रति उदासीन होते दिख रहे हैं। इस प्रकार की उदासीनता कोरोना को निमंत्रण देने के समान है।
*जब भी घर से बाहर निकलें मास्क जरूर पहनें:-*
जब भी घर से बाहर निकलें मास्क जरूर पहनें। बाहर निकलने पर समाजिक दूरी के नियमों का संयम के साथ पालन करें। खासकर खरीदारी करते समय शारीरिक दूरी अवश्य बनाये रखें। बाहर निकलते ही आप सार्वजनिक उपयोग में लायी जाने वाली सतहों के सम्पर्क में आते रहते हैं। ऐसे में हाथों का विशेष ख्याल रखें किसी भी सतह या चीजों को छूने से पहले एक बार अवश्य विचार कर लें। आवश्यक होने पर ही उसे छूयें। किसी सतह या चीजों को छूने के बाद अपने मास्क को ठीक करने या बोल-चाल के दौरान मास्क को नियंत्रित करने के लिए मास्क को छूने से बचें। नियमित समय अंतराल पर हाथों को सैनिटाइज करना न भूलें।