रमेश शंकर झा
समस्तीपुर:- जिले के प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में पूर्व अंतर्राष्ट्रीय मुख्य प्रशासिका परम श्रद्धेय राजयोगिनी दादी हृदय मोहिनी जी का श्रद्धांजलि कार्यक्रम एवं ब्रह्माभोजन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृष्ण भाई ने कहा कि दादी जी का संपूर्ण जीवन सरलता, सादगी, तपस्या और विश्व कल्याण के लिए समर्पित रहा।
वहीं 93 वर्ष की दीर्घायु की अंतिम सांस तक दादीजी ने सबको वरदान दिये और अपनी नजरों से निहाल किया। उनके पास जाते ही शान्ति एवं शक्तियों की करेंट का अनुभव होता था। उनकी मधुर वाणी, ज्ञानयुक्त बातें परमात्मा से बुद्धि को जोड़ देती थीं। उन्होंने कहा- आज यह श्रद्धांजलि कार्यक्रम एवं ब्रह्माभोजन विश्व के 140 देशों में मुख्यालय माउंट आबू सहित 8,500 सेवाकेंद्रों पर आयोजित किया गया है। जिसमें लाखों भाई-बहनों ने दादीजी को श्रद्धा-सुमन अर्पित किया एवं पवित्र ब्रह्माभोजन स्वीकार किया।
वहीं ब्रह्माकुमारी सविता बहन ने कहा दादीजी स्नेहमूर्त्त थी। उनके पास अनेक बार जाकर मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जीवन को पवित्र बनाने की एवं मानव सेवा में अर्पित करने की प्रेरणा उनके द्वारा मिली।
वहीं एडीजे दशरथ मिश्र ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दादीजी के चेहरे की वरदानी मुस्कान कभी भूल नहीं सकते। ओम प्रकाश भाई ने कहा कि दादीजी मैसेंजर ऑफ गॉड थी। वह 48 वर्षों तक परमात्मा पिता ने उनके तन में अवतरित होकर लाखों आत्माओं को ज्ञान अमृत पिलाया और श्रेष्ठ जीवन बनाने की, देव तुल्य जीवन बनाने की शिक्षाएं प्रदान की। ऐसी महान विभूति को शत-शत नमन।
इस कार्यक्रम के मौके पर सैकड़ों भाई-बहन उपस्थित रहे। वहीं मुख्य रूप से श्रीचंद सिंघी, सतीश चांदना, शिवकुमार अग्रवाल, डॉ० दशरथ तिवारी, राकेश माटा, गोपाल कृष्ण दुआ सहित आदि लोग उपस्थित थे।