
वंदना झा
समस्तीपुर/ताजपुर:- दिल्ली में किसान, पत्रकारों पर मुकदमा करने एवं जेल भेजने के खिलाफ बुधवार को भाकपा माले से संबद्ध अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने हाथों में नारे लिखे तख्तियां, झंडे, बैनर एवं मोदी सरकार का पूतला लेकर सब्जीमंडी से विरोध मार्च निकाला।

वहीं विरोध मार्च मंडी के चारों ओर का चक्कर लगाकर हजारों की भीड़ के बीच मंडी चौक स्थित एनएच- 28 किनारे सरकार विरोधी प्रदर्शन के बाद जुलूस सभा में तब्दील हो गया। सभा की अध्यक्षता किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने किया।

वहीं राजदेव प्रसाद सिंह, शंकर सिंह, रवींद्र प्रसाद सिंह, मनोज कुमार सिंह, मोतीलाल सिंह, बासुदेव सिंह, संजीव राय, राजाराम राय, बासुदेव राय, ललन दास, ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह सहित दर्जन भर वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए किसान विरोधी तीनों कृषि कानून लाने वाले मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया।

बतौर मुख्य वक्ता सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि करीब 77 प्रतिशत लोगों के निर्भरता वाले कृषि को मोदी सरकार सोची- समझी साजिश के तहत अडानी- अंबानी के हवाले करना चाहती है।

आजाद देश के किसानों को गुलाम बनाने की साजिश चल रही है। वहीं माले नेता ने कहा कि भारतीय कृषि भारत की रीढ़ नहीं भारत की आत्मा है और किसान अपनी आत्मा को अपनी शहादत देकर भी गिरवी नहीं रखेंगे।

इस मौके पर अपने अध्यक्षीय भाषण में अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रखण्ड अध्यक्ष ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने देशव्यापी अभियान के तहत 6 फरवरी को ताजपुर के गांधी चौक पर एनएच- 28 को चक्का जाम आंदोलन में बड़ी भागीदारी दिलाकर सफल बनाने की अपील किसानों के साथ आमजनों से भी किया है।
