रमेश शंकर झा
समस्तीपुर:- जिले में दिनांक:- 30/12/2020 को चकमेहसी थाना क्षेत्र में मो० शमशेर उर्फ हैप्पी (23 वर्ष) पिता मो० इस्लाम के अपहरण किए जाने की सूचना थाना को प्राप्त हुई थी। इस संबंध में प्रभात चौधरी तथा उसके पिता संजय चौधरी को नामजद करते हुए आवेदन प्राप्त हुआ था। जिस पर प्राथमिकी कांड संख्या 253/20 दिनांक 31/12/20 धारा 363/364 भा०द०वि० दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया था।
अपहरण की घटना के चार दिन पश्चात शमशेर की लाश मधुबनी के खुटौना थाना क्षेत्र से बरामद किया गया था। कांड की गंभीरता को देखते हुए अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी प्रीतिश कुमार के नेतृत्व में एस०आई०टी० टीम गठित की गई थी। जिसमें सदर अंचल पु0नि0 ब्रजेश कुमार, थानाध्यक्ष चकमेहसी, मो0 खुशबुद्वीन, थानाध्यक्ष, कल्याणपुर ब्रजकिशोर सिंह, प्रभारी डी०आई०यू० परमानन्दलाल कर्ण को शामिल किया गया था। लगातार तकनीकि अनुसंधान तथा छापामारी करते हुए इस कांड का सफल उदभेदन कर लिया गया है।
इस कांड में शामिल एक अपराधी उज्जल कुमार शानू पिता आशुतोष कुमार चंदन ग्राम जटमलपुर थाना कल्याणपुर की गिरफतारी की गई है। वहीं प्रभात चौधरी का यह मुख्य सहयोगी था। हत्या करने, उसकी लाश छिपाने तथा प्रभात चौधरी को यहां से भगाने में यह उसके साथ रहा है। पूछताछ में इसने अपना अपराध स्वीकार करते हुए पूरे घटनाकम को विस्तृत रूप से बताया है। स्पष्ट हुआ है कि आपसी वर्चस्व की लड़ाई में मो० शमशेर उर्फ हैप्पी की हत्या की गई है। मुख्य अभियुक्त प्रभात चौधरी जिसे पहले भी शराब के केस में जेल भेजा गया था। वहीं 8 लाख रूपया दूसरे पक्ष पर बकाया चल रहा था। जिसे वे लोग नहीं देना चाह रहे थे।
इसी के एवज में प्रभात चौधरी और उसके अपराधिक सहयोगियों द्वारा मो० शमशेर सहित अन्य 03 लड़कों के साथ मारपीट किया था। वहीं मारपीट क्रम में उसे गोली मार दी गई, जिसमें मो० शमशेर की मृत्यु हो गई। मृत्यु पश्चात शमशेर की लाश छीपाने के उदेश्य से खुटौना मधुबनी में लाश को फेंका गया था। मृतक शमशेर की हत्या दिनांक 30/12/20 को ही कर दिया गया था। इसके अलावे घटना में शामिल अन्य 6 अपराधी के नाम का भी खुलासा किया गया है, जिसकी गिरफतारी जल्द कर ली जाएगी। घटना के पश्चात गिरफतार अभियुक्त तथा प्रभात चौधरी दोनों ही देवघर भाग गए थे। वहां से प्रभात दिल्ली भाग गया था।
जबकि यह समस्तीपुर लौट गया था। घटना में प्रयुक्त सभी मोबाईल नम्बर का खुलासा उसके द्वारा किया गया है। तकनीकि ढंग से सभी तथ्य स्थापित होता है। ज्ञातव्य है कि मृतक मो० शमशेर का भी अपराधिक इतिहास रहा है। चकमेहसी थाना के कांड संख्या 83/20 में वह हथियार के साथ जेल जा चुका है तथा एक अन्य मारपीट व फायरिंग कांड संख्या 64/20 में भी आरोपित रहा है।