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समस्तीपुर:- जिले के डॉ० लोहिया कर्पूरी विश्वेश्वर दास महाविद्यालय ताजपुर में प्रधानाचार्य डॉ० फर्जाना बानो अजीमी की अध्यक्षता एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ० विनीता कुमारी के संयोजकत्व में “विश्व हिन्दी दिवस” का आयोजन किया गया।
वहीं प्रधानाचार्य ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में बताया कि हिन्दी हमारी पहचान है। जिसका प्रयोग विश्व के लगभग तीस से अधिक देशों में किया जाता है।
हम सभी आधुनिक मांग के मद्देनजर हिंदी को छोड़ दूसरी भाषा पर जोर दे रहे हैं। जिससे हिन्दी भाषा का दायरा कम होते देख 10 जनवरी 2006 को तत्कालीन सरकार ने इसे आधिकारिक तौर पर प्रत्येक वर्ष इस दिन हिन्दी दिवस मनाने का निर्णय लिया।
हिंदी विश्व की लगभग दो सौ विश्वविद्यालयों में पढाई जाती है। इसे 1950 में आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया। आज विश्व के 60 करोड़ से अधिक लोग हिन्दी का प्रयोग करते हैं। यह ऐसी भाषा है जो हमारे मस्तिष्क और बोलने की शैली को सुदृढ़ करता है।
हम अ से ज्ञ तक जितने भी अक्षरों का उच्चारण करते हैं सबों की ध्वनि अलग अलग प्रकार से निकलती है और सबों का उच्चारण स्थान भी अलग अलग है। वहीं समन्वयक डॉ० विनीता कुमारी ने भी संबोधित करते हुए बताया कि “हिन्दू,मुस्लिम, सिख, इसाई सबने सीखी सबने बोली कविता, छन्द, गजल हिन्दी भाषा की हमजोली”।
उन्होंने बताया कि हिन्दी हमारी राष्ट्रीय भाषा है और हमें इसके विकास को बढावा देने के लिए कार्यालयों की भाषा में भी हिन्दी का उपयोग करना है। इस सभा में अजीत कुमार, सौरभ कुमार, रंधीर, उपेंद्र, शेखर,मंजु,गीता के अलावे कायनात, सितवत,कसफ,गुड्डू, रविन्द्र, आदि उपस्थित थे।