*भारत का छात्र फेडरेशन के द्वारा महाविद्यालय में विरोध प्रदर्शन। हर खबर पर पैनी नजर।* इंडिया पब्लिक न्यूज..

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समस्तीपुर:- भारत का छात्र फेडरेशन (एसएफआई) के द्वारा महाविद्यालय समस्तीपुर के विरोध प्रदर्शन किया गया। सभी छात्र-छात्राएं इंकलाब जिंदाबाद, एसएफआई जिंदाबाद, पढ़ाई लड़ाई तेज करो, नीतीश कुमार मुर्दाबाद, छात्र एकता जिंदाबाद, मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत सभी छात्रा और एससी एसटी के छात्रों से मुफ़्त शिक्षा के बावजूद अवैध रूप वसूली क्यों? प्रधानाचार्य जवाब दो आदि नारे लगा रहे थे। इस विरोध प्रदर्शन की मुख्य मांगे मुख्यमंत्री द्वारा घोषित एससी एसटी के छात्रों एवं सभी छात्राओं को मुफ्त नामांकन लागू करने,

श्री कृष्णा छात्रावास को मरम्मत करने, परीक्षा भवन की ओर जाने वाली सड़क पर लगे गेट पर ताला लगाने, एससी एसटी के छात्र एवं सभी छात्राओं से नामांकन में लिया गया रुपया वापस करने, कैंपस के अंदर शैक्षणिक व्यवस्था बहाल करने, छात्रवृत्ति घोटाले पर रोक लगाने आदि थी।इस मौके पर एक सभा का आयोजन हुई। सभा की अध्यक्षता एसएफआई जिला सचिव मंडल सदस्य रवीश कुमार ने किया। सभा को एसएफआई को छत्रनेता रूपेश कुमार ने संबोधित किया। वहीं सभा को संबोधित करते हुए एसएफआई जिलामंत्री आनंद कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के घोषणा के बावजूद प्रधानाचार्य द्वारा एससी एसटी छात्रों और सभी छात्राओं को मुफ्त शिक्षा नहीं दी जा रही है।बदले में छात्र छात्राओं का आर्थिक शोषण प्राचार्य द्वारा किया जा रहा है। आज एक दशक से महाविद्यालय में स्थित श्री कृष्णा छात्रावास जर्जर पड़ा हुआ है।लेकिन अब तक उसकी मरम्मत नहीं कराई गई है। कैंपस में भ्रष्टाचारियों का बोलबाला बढ़ गया है।

इसे लगाम लगाने में प्राचार्य नाकामयाब है।इन्हीं सब बातों को लेकर जब एसएफआई ने आंदोलन का फैसला लिया तो प्राचार्य कॉलेज में अनुपस्थित पाई  गई। यदि समय रहते कॉलेज प्रशासन हमारी मांगों को पूरा नहीं करते हैं तो आने वाले दिनों में एसएफआई उग्र आंदोलन करेगी इसके लिए सिर्फ और सिर्फ महाविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार होंगे। वहीं छात्र छात्रों का आरोप था कि प्राचार्य महीना में सिर्फ दस से बारह दिन कॉलेज में अपनी उपस्थिति दे पाती है। इस मौके पर गुंजन कुमार, संतोष कुमार, राकेश कुमार, रणवीर कुमार, लालू कुमार,चंदन कुमार,राहुल कुमार, रौशन कुमार,मुस्कान कुमार,बसंत कुमार,शित कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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