रमेश शंकर झा
समस्तीपुर:- जिले के विभूतिपुर प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विभूतिपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसमें बीते बुधवार को परिवार नियोजन ऑपरेशन में एक पाँच माह की गर्भवती महिला को परिवार नियोजन ऑपरेशन के लिए आशा के द्वारा ले जाया गया। जहां ऑपरेशन रूम में ऑपरेशन के लिए सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद महिला को बेहोशी का सुई देकर महिला को बेहोश भी कर दिया गया।
लेकिन जब डॉक्टरों ने ऑपरेशन बेड पर महिला के पेट में ट्यूमर या बच्चा होने की आशंका पर महिला को बेड से उतारकर अस्पताल के बरामदे के फर्श पर सुला दिया। वहीं मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के सुरौली गांव वार्ड- 3 निवासी बबीता देवी पति जय प्रकाश शर्मा को कार्यरत आशा बबीता कुमारी के द्वारा परिवार नियोजन ऑपरेशन के लिए विभूतिपुर पीएससी लाया गया। जहां ऑपरेशन की पूरी प्रक्रिया के बाद महिला को बेहोशी का सुई देकर बेहोश भी कर दिया गया। उसके बाद ऑपरेशन बेड पर चिकित्सकों ने महिला के पेट में ट्यूमर या बच्चा होने की आशंका होने पर महिला को आनन-फानन में ऑपरेशन रूम से बाहर निकाल कर नीचे फर्श पर सुला दिया। जहां उसका देख-रेख उसकी मां कर रही थी।
इसके साथ ही खामोशी अवस्था में आशा भी बैठी हुई थी। इस संबंध में पूछे जाने पर महिला की मां व मौजूद आशा बबीता कुमारी ने बताई की यह 5 महीने की गर्भवती है। जिसे चिकित्सक ने बेड पर से बाहर कर दिए हैं। जिसे बेहोशी का सुई भी पड़ गया है। जब इसकी जानकारी पत्रकारों के द्वारा ली जा रही थी तो विभूतिपुर पीएचसी में हड़कंप मच गया। वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर फुलेश्वर प्रसाद सिंह ने हेल्थ मैनेजर संजय कुमार से जानकारी लेने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिए और पत्रकारों को इस संबंध में जानकारी देना मुनासिब भी नहीं समझे और अस्पताल से गायब भी हो गए।
इतना ही नहीं ऑपरेशनकर्ता डॉक्टर भी गायब हो गए। अब प्रश्न यह उठता है कि बिना जांच कराए या बिना रिपोर्ट देखें ही महिला को ऑपरेशन रूम में कैसे ले जाया गया और बेहोशी का सुई कैसे लगा दिया गया। यदि महिला गर्भवती है तो उसके साथ होनी अनहोनी हो जाए तो इसका जिम्मेदार आखिर कौन..? इस संबंध में समस्तीपुर सिविल सर्जन डॉक्टर सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि इसकी जानकारी ली जा रही है। विधि संवत दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाएगी।