रमेश शंकर झा।
समस्तीपुर:- कोविड-19 के नियंत्रण के लिए कोविड-19 का टीकाकरण किया जाना है। इसको लेकर विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली गई है। विभाग की ओर से जिला स्तर पर लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। इसी कड़ी में जिले में टीकाकरण को लेकर 6.14 लाख सिरिंज का आंवटन किया गया है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र लिखकर सभी सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। वहीं कार्यपालक निर्देशक ने सिरिंज के आपूर्ति के लिए बीएमएसआईसीएल के निर्देशक को पत्र लिखा है। कोविड टीकाकरण के मद्देनजर जल्द ही अप्रूव्ड परिवहन (ट्रांसपोर्ट) के माध्यम से सिरिंज की आपूर्ति की जाएगी। ऑटो डीजेबल (एडी) सिरिंज एक बार इस्तेमाल होने के बाद ऑटोलॉक हो जाती है। इसका दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। कोविड-19 टीकाकरण को लेकर जिला व प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है। प्रत्येक सप्ताह तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। कोविड-19 वैक्सीन के भंडारण के लिए सभी स्तर पर कोल्ड चेन गृहों एवं उपकरणों को सुदृढ़ किया जाएगा तथा कोविड-19 के वैक्सीन को नियमित टीकाकरण के वैक्सीन से अलग संधारित किया जाएगा। साथ ही टीकाकरण के लिए उपयोग किए जाने वाले सिरिंजों के लिए भी अलग से स्थल चयनित कर रखा गया है।
*रिएक्शन होने पर तुरंत निपटा जाएगा:-*
यदि किसी को टीकाकरण से प्रतिकूल प्रभाव (रिएक्शन) होता है तो उससे तुरंत निपटा जाएगा। इसके लिए हर टीकाकरण स्थान पर एडवरस इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन टीम होगी। साथ ही हर सीएचसी पर एक एंबुलेंस तैनात होगी, जो जरूरत पड़ने पर व्यक्ति को उपचार के लिए बड़े अस्पताल तक लाएगी।
*पहले हेल्थ केयर वर्कर, डॉक्टरों का होगा टीकाकरण:-*
वहीं सिविल सर्जन डॉ० सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने बताया की टीकाकरण के लिए जो भी गाइडलाइन आ रही है, उस पर कार्य किया जा रहा है। पहले हेल्थ वर्कर एवं डॉक्टरों का टीकाकरण होगा। इसके बाद दूसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण होगा। आने वाले समय में जरूरत के हिसाब से और व्यवस्थाएं मजबूत होंगी। जब तक वैक्सीन नहीं आती, सभी के लिए मास्क व सैनिटाइजर के साथ सामाजिक दूरी बनाए रखना जरूरी है।
*एक स्थल पर 100 लोगों को टीका लगेगा:-*
गाइडलाइन के अनुसार जहां वैक्सीन दी जाएगी, वहां तीन कमरे होंगे। पहला वेटिंग रूम होगा, दूसरा वैक्सीनेशन रूम और तीसरा ऑब्जर्वेशन रूम। तीनों जगह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। वैक्सीन देने वाली टीम में एक वैक्सीन ऑफिसर और चार वैक्सीनेशन कर्मी होंगे। टीकाकरण रूम में किसी महिला को वैक्सीन मिलते वक्त एक महिला स्टाफ मेंबर की मौजूदगी अनिवार्य होगी। टीकाकरण की एक साइट पर दिनभर में केवल 100 लोगों को टीका लगया जाएगा।