बिजली विधेयक सहित किसान विरोधी तीनों काला कानून रद्द हो:- बंदना सिंह।
वंदना झा
समस्तीपुर:- जिले के ताजपुर प्रखण्ड क्षेत्र में डीजल-पेट्रोल-रसोई गैस की मूल्यवृद्धि, बिजली विधेयक 2020 एवं किसान विरोधी तीनों काला कानून वापस लेने की मांग को लेकर मंगलवार को महिला संगठन ऐपवा के झंडे, बैनर एवं मांगों से संबंधित नारे लिखे बाजार क्षेत्र के चांदनी चौक से जिलाध्यक्ष बंदना सिंह के नेतृत्व में विरोध जुलूस निकाला गया। वहीं नेशनल हाईवे से गगनभेदी नारे के बीच जुलूस राजधानी चौक पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। इस सभा की अध्यक्षता बंदना सिंह ने किया। इस मौके पर अनीता देवी, सोनिया देवी, नीलम देवी, रजिया देवी, संजू कुमारी, मालती देवी, शोभा देवी इत्यादि ने सभा को संबोधित किया। महंगाई के जिम्मेदार केंद्र की भाजपा के मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया।
वहीं अपने अध्यक्षीय भाषण में जिलाध्यक्ष ने कहा कि महंगाई घटाने के नाम पर सत्ता में आई सरकार डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस समेत अन्य वस्तुओं की लगातार मूल्यवृद्धि कर रही है। इससे आम जनों का जीना दूभर हो गया है। बिजली विधेयक 2020 भी कारपोरेट घराने के इशारे पर लाया गया है। इससे बिजली महंगी होगी और आम-आवाम बिजली से वंचित होने लगेंगे। उन्होंने कहा की देश के किसानों को कारपोरेट के हवाले नहीं किया जा सकता। इसे लेकर दिल्ली में जारी किसानों का आंदोलन जायज है। सरकार किसान विरोधी तीनों काला कानून वापस लें। अंत में महिलाओं का जत्था प्रखंड मुख्यालय में जारी भाकपा माले के घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन में पहुंचकर धरने पर बैठ गई।