रमेश शंकर झा।
समस्तीपुर:-जिले के समाहरणालय परिसर में बैंकों का सितंबर 2020 तिमाही का जिला स्तरीय समीक्षा बैठक वरीय उपसमाहर्ता बैंकिंग प्रियंका कौशिक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक के दौरान नाबार्ड द्वारा जिले के लिये बनाई गई 4811.17 करोड़ रू० की वर्ष 2021-22 का संभाव्यतायुक्त ऋण योजना ( PLP ) का अनावरण किया गया। वहीं डीडीएम नाबार्ड के जयंत विष्णु ने वर्ष 2021-22 में जिले में विभिन्न प्राथमिकता क्षेत्र में उपलब्ध संभाव्यता पर विस्तार पूर्वक चर्चा किया। योजना के अन्तर्गत जिले में कृषि फसली ऋण-अल्प अवधि ( उत्पादन / विपणन ) हेतु 2318.71 करोड़ रु० का आंकलन किया गया है तथा कृषि निवेश ऋण हेतु 857.55 करोड रु०, (जिसमें जल संसाधन 119.34 करोड़ रु०, कृषि यंत्रीकरण 177.05 करोड़ रु०,
बागवानी 33.86 करोड़ रु०, वानिकी 48.26 लाख रु०, पशुपालन-डेयरी 198.88 करोड़ रु०, पशुपालन-कुक्कुट पालन 65.57 करोड़ रु०, पशुपालन- भेड़/बकरी/सूअर 15.04 करोड़ रु०, मत्स्यपालन 33.94 करोड़ रु०, अन्य कृषि 1.54 करोड़ रु०, भंडारण/गोदाम 137.28 करोड़ रु०, कृषि प्रसंस्करण 61.89 करोड़ रु० इत्यादि का आंकलन किया गया है। गैर कृषि/ एमएसएमई क्षेत्र में 583.20 करोड़ रु०, शिक्षा में 50.13 करोड़ रु०, आवास में 323.29 करोड़ रु०, नवीनीकरण ऊर्जा हेतु 9.64 करोड़ रु० तथा सामाजिक संरचना हेतु 123.65 करोड़ रु० का आंकलन किया गया है। वहीं एलडीएम पी० के० सिंह ने बैंकों से आग्रह किया है कि जिले का ऋण-जमा अनुपात (सी डी रेशियो) सुधारने हेतु प्राथमिकता क्षेत्र में अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करें तथा उपलब्ध संभावना का दोहन करें साथ ही वंचित वर्ग को आसानी से ऋण उपलब्ध कराएं। श्री सिंह ने बताया की PLP के आधार पर ही वर्ष 2021-22 का जिला ऋण योजना तैयार किया जाएगा।
उन्होंने बैंक अधिकारीयों से पशुपालन, मत्स्यपालन तथा कुक्कुट पालन हेतु किसान क्रेडिट कार्ड निर्गत करने पर बल देते हुए जागरूकता फैलाने हेतु आग्रह किया तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने को कहा। वहीं श्री विष्णु ने नाबार्ड के माध्यम से संचालित केंद्र सरकार की सब्सिडि योजनाओं जैसे नई कृषि विपणन संरचना योजना, एग्री क्लीनिक एग्री बिजनेस सेंटर इत्यादि का विस्तार पूर्वक जानकारी भी उपलब्ध कराया। पीएलपी 2021-22 पर बैंकों के जिला समन्वयक तया सबन्धित विभाग के अधिकारीयों ने अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर जीएम, डीआईसी विनय कुमार मल्लिक, डीएओ विकाश कुमार, डीएचओ कृष्ण कुमार, एलडीएम कार्यालय प्रबंधक विकाश कुमार, डीएसपीके के सचिव महेश कुमार, औसेफा के निदेशक देव कुमार एवं सभी बैंकों के समन्वयक मौजूद थे।