*सीएचसी एवं एपीएसी में विशेष रुप से केंद्र के लिए अलग से ट्रांसफार्मर, 3 फेज का विद्युत कनेक्शन के साथ। हर खबर पर पैनी नजर।*

वन्दना झा

मधुबनी:- विद्युतीकरण से वंचित जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों स्वास्थ्य संस्थानों में जल्द ही विद्युतीकरण की कवायद तेज की जाएगी। इसके लिए राज्य स्तर से नॉर्थ बिहार पावर वितरण कंपनी से करार किया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस कार्य को अपने प्रमुख एजेंडे में शामिल किया है। इसके लिए प्रत्येक तीसरे दिन वीसी का आयोजन कर प्रगति के संबंध में सीएस तथा कार्यपालक अभियंता से विद्युत से संबंधित प्रतिवेदन प्राप्त किया जा रहा है। इस क्रम में जिला स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं बीएचएम के साथ जूम एप के माध्यम से बैठक कर इसकी जानकारी दी जा रही है। वहीं दूसरी ओर जिला स्वास्थ समिति द्वारा जिले के सभी विद्युत कार्यपालक अभियंताओं से समन्वय स्थापित कार्यों को गति प्रदान की जा रही है। इस संबंध में सीएस ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया है, कि अपने प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक एवं बीसीएम के माध्यम से अपने क्षेत्र के अंतर्गत स्वास्थ्य उपकेंद्रों एपीएचसी का भ्रमण करवाकर विद्युत पोल से संबंधित केंद्रों की दूरी का फोटोग्राफ अपना पहचान पत्र संबंधित जमीन का दस्तावेज व बैंक पासबुक को संकलित कर 19 दिसंबर तक कार्यपालक अभियंता विद्युत अनुमंडल झंझारपुर एवं फुलपरास के पास केंद्रों के विद्युतीकरण करवाने एवं डेडीकेटेड ट्रांसफार्मर अधिस्थापित करवाने के लिए हर हाल में उपलब्ध करा दें।

स्वास्थ्य उप केंद्रों का विद्युतीकरण तो एपीएचसी में लगेगा डेडीकेटेड ट्रांसफार्मर:
अब जिले का कोई भी स्वास्थ्य संस्थान अंधेरे में नहीं रहेगा इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कवायद तेज कर दी है। जिस क्रम में जिले के सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों के विद्युतीकरण किया जाएगा, साथ ही जिला के सभी एपीएचसी में विद्युतीकरण के साथ ही विशेष रूप से उस केंद्र के लिए ट्रांसफार्मर एवं सभी पीएचसी एवं सीएससी विशेष रुप से केंद्र के लिए अलग से ट्रांसफार्मर तीन फेज विद्युत कनेक्शन लगाया जाएगा। विदित हो कि झंझारपुर एवं फुलपरास अनुमंडल के 58 उपस्वास्थ्य विद्युतीकरण से वंचित हैं. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दोनों अनुमंडल के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्रों में विद्युतीकरण कराने अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में डेडीकेटेड ट्रांसफार्मर लगाने तथा इसी प्रकार पीएचसी तथा सीएचसी में डेडीकेटेड ट्रांसफार्मर के साथ ही 3 फेज विद्युतीकरण की सूची कार्यपालक अभियंता को उपलब्ध करा दी गई है।

ये होंगे फायदे:

विद्युतीकरण के बाद स्वास्थ्य संस्थानों में इलाज के लिए आने वाले मरीज को रोशनी के साथ विद्युत से संचालित चिकित्सीय उपकरणों की उपलब्धता की सेवा ससमय प्राप्त हो सकेगी. प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र में लो वोल्टेज की समस्या से निजात मिलेगा इसके साथ ही तथाकथित लो वोल्टेज के समस्या से निजात मिल सकेगी। साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी आधारित मशीन उपकरणों का सुदूर गांव में अवस्थित स्वास्थ्य केंद्रों का अनुश्रवण विभिन्न स्तरों से ससमय में किया जा सकेगा.

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