*नया कृषि कानून और आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन वापस लेना होगा:- फूलबाबू सिंह। हर खबर पर पैनी नजर।*

रमेश शंकर झा

समस्तीपुर:- जिले के उजियारपुर किसान के 265 से ज्यादा संगठनों की तरफ से नये कृषि कानून को वापस लेने आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन को रद्द करने और बिजली बिल माफ करने की मांग पर आज भारत बंद का आह्वान किया है। इन मांगों को लेकर पिछले 12 दिन से दिल्ली के बॉर्डर पर लाखों किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इन किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए भाजपा सरकार द्वारा लाठीचार्ज, आशु गैस, वाटर कैनन से हमला किया गया और सड़कों पर सीमेंटेड  बैरिकेड खड़ा कर गहरी खाई तक खोद दी गयी। मानो किसानों के खिलाफ अपने देश की सरकार युद्ध कर रही हो। केन्द्र की मोदी सरकार ने कृषि अध्यादेशों को लोकसभा व राज्यसभा में कानून में बदल दिया है। ये कानून आजादी के बाद देश की खेती व गरीबों की खाद्य सुरक्षा पर सबसे भीषण हमला है। नए कानून कंपनियों को फसल खरीद की सीधी छूट देता है। कम्पनियां में धन्ना सेठ अपने धनबल के दम पर उपज खरीदी पर अपना एकाधिकार जमा लेंगे। ये कानून पूरे देश में ठेका खेती लाने के लिए कंपनियों को छूट देता है। राज्य सरकारें भी इस पर रोक नहीं लगा सकती। इससे अघोषित रूप से न्यूनतम समर्थन मूल्य का खात्मा हो जाएगा और किसान मंडियों पर बड़ी कंपनियों का कब्जा हो जाएगा।बड़ी कंपनियों को अधिकतम मुनाफा कमाने की गारंटी होगी। किसान और मजदूर कंपनियों के गुलाम हो कर रह जाएंगे।


आज आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन कर कोटा से ज्यादा स्टॉक रखने पर पाबंदी हटा देने के कारण आलू, प्याज और खाद्य तेल की कीमत आसमान छू रही है। देश के लगभग 80 प्रतिशत सीमांत किसान जो अपने खेत पर मजदूरी भी करते हैं और खेतिहर मजदूरों का बड़ा हिस्सा बटाईदारी प्रथा के तहत खेती करता है, इस कानून से बुरी तरह से प्रभावित होगा और ये कानून गरीबों को कुपोषण और भुखमरी की ओर ढकेल देगा।
अतः ‘अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा’ 8 दिसंबर को किसान संगठनों द्वारा नये कृषि कानून को वापस लेने,फसलों का सही दाम देने,कृषि लोन माफ करने और भूमिहीन किसानों और मजदूरों को जमीन देने,बिजली बिल माफ करने,मनरेगा में प्रतिदिन काम और मजदूरी 500 रुपये डेली देने व सभी गरीबों को राशन देने की मांग पर आज 8 दिसंबर को आहुत ‘भारत बंद’ को भाकपा माले ने सक्रिय समर्थन देते हुए बंद को ऐतिहासिक रूप से सफल बताया । जाम का नेतृत्व किसान महासभा के नेता फूलेन्द्र प्रसाद सिंह,एपवा की नेता फिरोजा बेगम, भाकपा-माले जिला स्थायी कमेटी सदस्य फूलबाबू सिंह , उजियारपुर प्रखंड कमेटी सदस्य मो० कमालुद्दीन, गंगा प्रसाद पासवान, मो० चांद ,रामप्रीत सहनी,मो० अलाउद्दीन,नवीन प्रसाद सिंह, रामबहादुर सहनी,मो० मुख्तार आलम, मो० तमन्ना ,मो० सादिक, सचिदानंद सिंह,रामसुदीन सिंह,भीम सहनी,विजय राम, आनंद कुमार, ललित सहनी, रामविलास सहनी,ध्रुव कुमार सहनी,खुदन सहनी,मो० अमजद, मो० सलीम, राजकुमार सहनी,शिव कुमारी देवी, जमुनी देवी,प्रवीण राम, दिनेश कुमार सहनी,मो० एजाज अहमद ,सुरज पासवान ,मो० अजमल आदि ने भाग लिया।

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